देहरादून: चिपको आंदोलन की अलख जगाने वाली उत्तराखंड के सीमान्त ब्लॉक जोशीमठ के रैणी गांव निवासी स्व. गौरा देवी को उत्तराखंड रत्न सम्मान से नवाजा गया था, लेकिन तब उनके पुत्र को घोषित सम्मान राशि नहीं मिल सकी थी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसका संज्ञान लेते हुए तत्काल धनराशि दिए जाने के निर्देश जारी किए थे।
मंगलवार को मुख्यमंत्री धामी ने उत्तराखंड रत्न प्राप्त चिपको आंदोलन के नेत्री स्व. गौरा देवी को 2016 से अप्राप्त धनराशि रुपये 500001 को गौरा देवी के वारिस उनके पुत्र चंद्र सिंह राणा को अपने आवास पर आमंत्रित कर उत्तराखंड रत्न पुरस्कार की धनराशि का चेक ससम्मान भेंट किया।
इस अवसर पर कागा- गरपक के प्रधान पुष्कर सिंह राणा, स्व. गौरा देवी के सुपौत्र सोहन सिंह राणा, एनएस रावत और उप सचिव प्रेम सिंह राणा उपस्थित रहे।