सीएम धामी का मास्टरस्ट्रोक, हरिद्वार व नैनीताल सीट पर कांग्रेस का बिगाड़ा खेल
देहरादून (गौरव ममगाईं)। विधानसभा चुनाव-2022 में करारी शिकस्त देने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अब कांग्रेस को आगामी लोकसभा चुनाव में भी बड़ी पटकनी देने की तैयारी में हैं। जी हां, चार दिन पूर्व सीएम धामी ने एक अहम फैसला लेकर ऐसा मास्टरस्ट्रोक चला, जिससे कांग्रेस को उसके सबसे मजबूत किले हरिद्वार व नैनीताल संसदीय क्षेत्रों में बड़ा झटका लग सकता है। यह फैसला है सीएम धामी द्वारा गन्ने के मूल्य में वृध्दि करना। सीएम धामी के इस कदम ने कांग्रेस को बड़ी टेंशन में डाल दिया है, क्योंकि कांग्रेस लोकसभा चुनाव में हरिद्वार व नैनीताल सीट पर ही जीत की सबसे ज्यादा संभावना जता रही थी।
दरअसल, चार दिन पहले सीएम पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट मीटिंग में गन्ने के मूल्य में 20 रुपये की वृध्दि की गई, जिसके बाद उत्तराखंड में गन्ने की अगेती प्रजाति का मूल्य 375 रुपये व सामान्य प्रजाति का मूल्य 365 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। इस मूल्य वृध्दि के बाद उत्तराखंड गन्ने के सर्वाधिक मूल्य वाले राज्यों में तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। वहीं, सीएम धामी के इस फैसले से गन्ना किसानों में खुशी का माहौल है। बीते दिन किसानों ने एक कार्यक्रम आयोजित कर सीएम धामी को सम्मानित भी किया।
वहीं, कांग्रेस भी हरिद्वार व नैनीताल सीट को सबसे मजबूत सीट मानती रही है। यही वजह है कि इन दोनों सीटों पर टिकट के लिए सबसे ज्यादा मारामारी देखने को मिल रही है। हरिद्वार से पूर्व सीएम हरीश रावत व पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत पूरा जोर लगा रहे हैं तो नैनीताल सीट से नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य व पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा भी इच्छा जाहिर कर चुके हैं। जबकि, कांग्रेस नेता पौड़ी, टिहरी व अल्मोड़ा सीट पर पार्टी संगठन को ज्यादा मजबूत स्थिति में नहीं मान रहे हैं।
भाजपा को किन-किन क्षेत्रों में मिलेगा फायदा
दरअसल, उत्तराखंड में मैदानी क्षेत्रों में ही गन्ना उत्पादन होता है, जिनमें गन्ने के कुल उत्पादन का करीब 80 से 90 फीसद सिर्फ हरिद्वार व ऊधमसिंहनगर जिले में ही होता है। यानी सबसे ज्यादा गन्ना किसान हरिद्वार व ऊधमसिंहनगर में ही हैं। इनके अलावा देहरादून, नैनीताल व पौड़ी के मैदानी इलाकों में भी कहीं-कहीं गन्ने की खेती होती है। राज्य के सभी गन्ना उत्पादक इलाके गढ़वाल की हरिद्वार व कुमाऊं की नैनीताल संसदीय क्षेत्र में पड़ते हैं। इसलिए राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि सीएम धामी का यह फैसला हरिद्वार व नैनीताल सीट पर गन्ना किसानों को खासा प्रभावित करेगा, क्योंकि यहां गन्ना ही आय का प्रमुख स्रोत है।
यूपी को पछाड़ा, तीसरे स्थान में पहुंचा उत्तराखंड
गन्ने के मूल्य में वृध्दि होने के बाद उत्तराखंड ने उत्तर प्रदेश को भी पीछे छोड़ दिया है। यूपी में वर्तमान में गन्ने का मूल्य 370 रुपये है, जबकि उत्तराखंड में नया मूल्य 375 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। वहीं, देश में सर्वाधिक मूल्य वाले शीर्ष राज्यों की बात करें तो पहले स्थान पर 386 रुपये के साथ हरियाणा (इस साल 400 रुपये करने की घोषणा), दूसरे स्थान पर 380 रुपये के साथ पंजाब व तीसरे स्थान पर 375 रुपये के साथ उत्तराखंड व चौथे स्थान पर 370 रुपये के साथ उत्तर-प्रदेश है। धामी सरकार उत्तराखंड में गन्ने का उत्पादन को प्रोत्साहन दे रही है, इसी कड़ी में सरकार ने शुगर मिलों के आधुनिकीकरण हेतु बजट में कई करोड़ रुपये की वृध्दि की है।
जाहिर तौर पर सीएम पुष्कर सिंह धामी एक के बाद एक बड़े फैसले लेकर कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ाते नजर आ रहे हैं। वहीं, आने वाले दिनों में यूसीसी को लाकर कांग्रेस को और भी बड़ा झटका देने की तैयारी कर चुके हैं।