अन्ना से थप्पड़ खाने को तैयार CM केजरीवाल, बताई नाराजगी की वजह
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Chief Minister Arvind Kejriwal) ने सामाजिक कार्यकर्ता और अपने ‘गुरु’ अन्ना हजारे (Anna Hazare) से जुड़ी बड़ी बात का खुलासा करते हुए उन्होंने कहा कि वो अपने गुरु का बहुत सम्मान करते हैं और उनसे थप्पड़ तक खाने को तैयार हैं।
दरअसल, दिल्ली में कथित शराब घोटाले पर अन्ना हजारे (Anna Hazare) मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Chief Minister Arvind Kejriwal) से नाराज हैं। केजरीवाल Chief Minister Arvind Kejriwalने अन्ना की नाराजगी की वजह भाजपा को बताते हुए कहा कि हजारे भोले आदमी हैं और उनका कान भरा जा रहा है। आप संयोजक ने कई बार दोहराया कि अन्ना अच्छे आदमी है और उनके प्रति मन में बहुत सम्मान है।
हाल ही में मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में आप संयोजक Chief Minister Arvind Kejriwal ने भगवान में अपना विश्वास जाहिर करते हुए कहा कि 2010 तक इस देश के अंदर अरविंद केजरीवाल को कोई नहीं जानता था। कौन था केजरीवाल। अचानक इतना बड़ा अन्ना आंदोलन हो गया। अचानक एक पार्टी बन गई। अचानक वह पार्टी सत्ता में आ गई। अचानक वह पार्टी दूसरे राज्य में भी सत्ता में आ गई। मैंने पिछले जन्म में कुछ बहुत पुण्य किए होंगे कि भगवान का इतना आशीर्वाद मिल रहा है। यह मेरे प्रयासों से नहीं हो रहा है, यह कुछ तो दैवीय शक्ति है जिसकी कृपा मुझ पर बनी है।
अन्ना का नाम लिए जाने के बाद केजरीवाल से पूछा गया कि अब क्यों बुजुर्ग आंदोलनकारी उनसे व्यथित रहते हैं। केजरीवाल ने कहा, ”कई राजनीतिक दल… अन्ना जी की मैं बहुत इज्जत करता हूं। वह बहुत भोले आदमी हैं, बहुत अच्छे आदमी हैं। लेकिन ये पुरानी पार्टी जाकर मेरे खिलाफ उनके कान भरती रहती है। यह कांग्रेस के जमाने से चला आ रहा है जब अन्ना आंदोलन हुआ था। तब यह कांग्रेस किया करती थी अब भाजपा वाले करते हैं। उलटा सीधा बोलते हैं तो… नहीं तो अन्ना बहुत अच्छे आदमी हैं मैं उनकी इज्जत करता हूं। जो मर्जी बोलें मेरे खिलाफ, मुझे कभी गिला शिकवा नहीं होता। वह किसी दिन बुलाकर मुझे चार थप्पड़ भी मार देंगे। वह भी सर माथे पर।’
विदित हो कि आम आदमी पार्टी अन्ना हजारे की अगुआई में दिल्ली में हुए भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन की ही उपज है। आंदोलन के बाद केजरीवाल की अगुआई में राजनीतिक दल बनाने का ऐलान किया गया। हालांकि, अन्ना इसके लिए सहमत नहीं थे और वह कभी भी ‘आप’ से प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से नहीं जुड़े। हाल ही में शराब घोटाले के आरोपों के बीच अन्ना हजारे ने केजरीवाल के नाम खत लिखा था और कहा था कि वह सत्ता के नशे में डूब गए हैं।