CM मोहन यादव को मिली जेड प्लस सुरक्षा, इर्द-गिर्द रहेंगे NSG कमांडो, 15-18 गाड़ियों का काफिला
भोपाल : डॉक्टर मोहन यादव के मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बनते ही सिक्योरटी बढ़ा दी है।अब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जेड प्लस (Z+) सुरक्षा के घेरे में रहेंगे। उनकी सुरक्षा में एनएसजी कमांडो की टीम समेत प्रदेश की पुलिस को भी तैनात किया किया है।इससे पहले उनके बंगले की सुरक्षा बढ़ाई गई थी।
सीएम मोहन यादव की सुरक्षा में 36 NSG कमांडो, 2 एसपी, 2 एएसपी और 4 डीएसपी ,विशेष सुरक्षा बल के जवान और राज्य पुलिस के हथियारबंद जवान तैनात किए जाएंगे।इसके अलावा 15 से 18 गाड़ियों का कारकेड होगा। इस काफिले में एक बुलेटप्रूफ कार भी शामिल है जिसमें वह सवार रहेंगे।बता दें कि भाजपा प्रदेश कार्यालय से नए सीएम का नाम घोषित होते ही डॉ. मोहन यादव को सख्त सुरक्षा व्यवस्था के साथ राजभवन और वहां से अपने बंगले तक ले जाया गया था।वही इसके तुरंत बाद ही सीएम डॉ. यादव के बंगले के बाहर और अंदर सिक्योरिटी बढ़ा दी गई थी। इधर, प्रदेश के सीएम की सुरक्षा को लेकर गृह विभाग भी अलर्ट मोड में आ गया है।
आज 15 दिसंबर को सीएम मोहन यादव मुख्यमंत्री भजनलाल के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए राजस्थान जाएंगे।इसकी जानकारी उन्होंने खुद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के माध्यम से दी है, उन्होंने लिखा है कि आज राजस्थान के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री भजनलाल जी के शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित रहूंगा।आदरणीय प्रधानमंत्री मोदी जी के कुशल नेतृत्व में राजस्थान में भाजपा की ऐतिहासिक विजय जनता के अभूतपूर्व विश्वास को दर्शाती है। निश्चित ही प्रदेश प्रगति व विकास का एक नया अध्याय लिखेगा।
पहली कैबिनेट में लिए थे ये बड़े फैसले
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के 19वें मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद से ही डॉ. मोहन यादव एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं। पहली कैबिनेट बैठक में ही उन्होंने एक साथ कई अहम फैसले लिए है। इसमें खुले में मांस और मटन की बिक्री बंद करने का आदेश, सभी जिलों में संचालित महाविद्यालयों का प्रधानमंत्री उत्कृष्ठता महाविद्यालय के रूप में उन्नयन करने और आदतन अपराधियों पर नकेल कसने की तैयारी के साथ लाउडस्पीकर के अनियंत्रित इस्तेमाल को लेकर भी दिशा-निर्देश जारी किए थे। साथ ही सीएम ने अधिकारियों के साथ बैठक कर कई विभागों की जानकारी भी ली थी।
13 दिसंबर को शपथ ग्रहण के बाद शाम को पहले ही फैसले के बाद मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव सुर्खियों में आ गए। उन्होंने प्रदेश में खुले में मांस और मटन की बिक्री बंद करने के आदेश दे दिए। डा. मोहन यादव के उज्जैन स्थित घर पर मुख्यमंत्री बनने की घोषणा होते ही सुरक्षाकर्मी तैनात हो गए थे। यह सुरक्षाकर्मी 24 घंटे तैनात रहेंगे। सीएम का मकान अब्दालपुरा में है। जहां हर आने जाने वाले पर नजर भी रखी जा रही है। उनके बंगले पर मेटल डिटेक्टर मशीन भी लगा दी गई है। हर आने जाने वाले व्यक्ति को जांच के बाद ही घर में प्रवेश करने दिया जा रहा है।
इससे पहले पूर्व सीएम शिवराज सिंह को भी जेड प्लस सुरक्षा मिली हुई थी। पूर्व सीएम शिवराज सिंह की भी सुरक्षा व्यवस्था प्रशासन ने जारी रखी है। उनके काफिले में जितने वाहन थे और सुरक्षाकर्मी थे वो पहले की तरह ही तैनात रहेंगे। पिछले साल जेड प्लस सिक्योरिटी के बाद भी शिवराज सिंह की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। इसके बाद उनकी सुरक्षा में 15 एसटीएफ के अतिरिक्त जवान भी तैनात थे।
जेड प्लस सिक्योरिटी अधिकतर केंद्र सरकार के मंत्री, मुख्यमंत्री, सुप्रोम कोर्ट और हाईकोर्ट के जज, मशहूर राजनेता और बड़े ब्यूरोक्रेट्स को दी जाती है। इसमें 36 सिक्योरिटी गार्ड 24 घंटे तैनात रहते हैं। इसमें एनएसजी के 10 कमांडोज भी शामिल रहते हैं। इन कमांडोज को अत्याधुनिक हथियारों के साथ तैनात किया जाता है। इसमें तीन घेरे में सिक्योरिटी की जाती है। पहले घेरे में एनएसजी सिक्योरिटी में होते हैं, इसके बाद एसपीजी के अधिकारी तैनात होते हैं और इसके साथ ही आईटीबीपी और सीआरपीएफ के जवान भी सिक्योरिटी घेरे में शामिल होते हैं।