देहरादून : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में पंजाब सरकार की लापरवाही से हुई चूक की घटना की सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कड़े शब्दों में निंदा की है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने लिखा कि पंजाब में कांग्रेस ने एक बार फिर अपनी ओछी राजनीतिक मानसिकता का परिचय दिया है। जिस प्रकार से आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की सुरक्षा के साथ समझौता हुआ और लोगों को अपने प्रिय नेता को सुनने आने से रोका गया, ये पूरी तरह से अलोकतांत्रिक और निंदनीय है।
पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कांग्रेस के नेता अपनी ज़िम्मेदारियां तो बहुत पहले ही भुला चुके थे और अब मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने फोन तक ना उठा कर नैतिकता और मर्यादाओं को तार-तार कर संघीय व्यवस्था का भी अपमान किया है। सीएम ने कहा कि अगर उन्हें लगता है कि वो इस प्रकार के प्रपंच कर प्रदेश की जनता को भाजपा और विकास से दूर कर देंगे, तो उनका अनुमान गलत है। पंजाब इनकी सच्चाई को जान चुका है और जनता अब राज्य में ख़ुशहाली और सुशासन चाहती है।
वहीं इस मामले में प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा सर्वोपरि होती है उसमें इस तरह की लापरवाही कतई स्वीकार नहीं की जा सकती है. पीएम पंजाब के लिए हजारों करोड़ की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उदघाटन करने वाले थे लेकिन वहाँ की कोंग्रेसी सरकार ने अपनी राजनैतिक फायदे के लिए पीएम के काफिले को रुकवाकर वहाँ की जनता को इससे महरूम कर दिया लेकिन देश के साथ साथ पंजाब की तरक्की के लिए भी उठाए जा रहे मोदी सराकर के कदम इस तरह के कुत्सित प्रयासों से नहीं रुकने वाले और भाजपा सरकार इसके लिए पूरी तरह कटिबद्ध है।
उन्होने कहा कि देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ होगा जब प्रधानमंत्री के काफिले को इस तरह और इतनी देर तक रोका गया, जिसके चलते कार्यक्रम को ही रद्द करना पड़ा। हो सकता है पंजाब की चन्नी सरकार ने मोदी जी की लोकप्रियता से घबराकर, अपने आलाकमान को ही खुश करने के लिए पीएम की सुरक्षा को ही खतरे में डाल दिया हो। लेकिन ऐसा करके उन्होंने पंजाब के लोगों को मिलने वाली विकास योजनाओं को भी अवरुद्ध करने का पाप किया है। वहाँ की राज्य सरकार और कॉंग्रेस पार्टी को अपने इस कुत्सित प्रयास के लिए सामने आकर देश से माफी मंगनी चाहिए।