जहरीली शराब से 4 मौतों पर भड़के सीएम शिवराज सिंह चौहान, पूछा- यह लापरवाही क्यों हुई
भोपाल: मध्यप्रदेश में कलेक्टर कमिश्नर कांफ्रेंस के दौरान सीएम शिवराज (CM Shivraj) का सख्त रूप देखने को मिला। जहां भिंड मामले में सीएम (CM) ने भारी नाराजगी जताई। अवैध शराब से हुई मौतों पर सीएम ने कहा कि अभी जो घटना हुई है। बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। जो भी ये कर रहे हैं वह नर पिशाच है। सीएम शिवराज ने भिंड एसपी (Bhind SP) को भी इस मामले में तलब किया। भिंड एसपी से सवाल पूछते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि यह लापरवाही क्यों हुई। आपने पहले उन्हें क्यों नहीं पकड़ा। इतना ही नहीं सीएम शिवराज ने कहा कि कहीं इन सब के पीछे थाने वाले की भी मिलीभगत तो नहीं है?
नाराजगी जाहिर करते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि भिंड शराब मामले में जीरो टॉलरेंस है। मैं इस मामले में किसी को भी नहीं छोडूंगा सब के ऊपर गंभीर कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों को निर्देश देते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि यह एक के बाद एक श्रृंखला जैसी हो गई है। कोई प्रदेश में कितना भी प्रभावी क्यों ना हो, उसको क्रश किया जाएगा। इतना ही नहीं सीएम शिवराज ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया कि यदि लापरवाही हुई तो बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वहीं अवैध शराब के विरुद्ध कार्रवाई में इंदौर, बैतूल, जबलपुर, झाबुआ और खरगोन को प्रथम पांच जिले में शामिल किया गया है। इसके अलावा सीधी, निवाड़ी, आगर मालवा, गुना और सीहोर को निम्न के 5 जिले में रखा गया है।
कलेक्टर कमिश्नर कॉन्फ्रेंस पर बोलते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि कलेक्टर कमिश्नर कॉन्फ्रेंस जनता को सुशासन देने का महत्वपूर्ण माध्यम है। इससे विकास, जन कल्याण योजनाओं को बेहतर क्रियान्वयन, बिना परेशानी सबको सेवा का लाभ मिले। इसके लिए कलेक्टर कमिश्नर कांफ्रेंस आयोजित की जाती है। जहां भी CCTV लगे हुए हैं। उसकी मॉनिटरिंग (monitoring) ढंग से की जाए। CM ने तय किया कि 29 दिन कार्य करें और 1 दिन उसकी समीक्षा भी की जाए। जो अच्छा काम करते हैं मुझे और प्रदेश की जनता को खुशी होती है।
सीएम शिवराज ने कहा कि गड़बड़ करना अपराध है। इस मामले में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। वहीं सीएम शिवराज ने कहा कि हमने तय किया कि प्रधानमंत्री आवास के हितग्राहियों को रेत का पैसा मिलेगा। आबकारी नीति में कीमतें इसलिए कम हुई है, ताकि अवैध शराब की बिक्री कम हो लेकिन हमें सावधान रहने की जरूरत है।
इतना ही नहीं सीएम शिवराज ने कहा कि अधिकारियों को सख्त निर्देश है कि डकैती को पनपने नहीं देना है। शुरू में ही कार्यवाही करें। जिससे वह बच भी ना पाए। वही चयनित अपराधियों को कम सजा होने पर मुरैना, इंदौर एसपी के जवाब से सीएम शिवराज ने असंतुष्टि जाहिर की। उन्होंने मुरैना एसपी से भी इस मामले में सवाल जवाब किया है।
इंदौर कमिश्नर को बड़े निर्देश
इंदौर कमिश्नर को बड़े निर्देश देते सीएम शिवराज ने कहा कि अपराधों में सजा ना होना, हमारी विफलता है। आपका जवाब संतोषजनक नहीं है। इसे पूरी गंभीरता से लिया जाए। चिन्हित अपराधियों पर 100% सजा की कार्यवाही हो। माफिया को नेस्तनाबूद करने के निर्देश देते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि प्रदेश में माफिया, गुंडे बदमाशों को नेस्तनाबूद करना। इस पर कार्रवाई के लिए एग्जांपल बनना चाहिए। ऐसे लोगों को आतंक का पर्याय नहीं बनने देना है।
अवैध रेत परिवहन पर बड़ा बयान
इसके साथ ही साथ उन्होंने अवैध रेत परिवहन रोकने के लिए छतरपुर, ग्वालियर, सीहोर, राजगढ़, खरगोन इन जिलों से ज्यादा मामले पंजीबद्ध करने के लिए उन्हें बधाई दी है। इस मामले में सीएम शिवराज ने कहा कि खरगोन, रतलाम, टीकमगढ़, जबलपुर, छतरपुर इन जिलों में सबसे ज्यादा अवैध रेत जप्त की है। इन जिलों को बधाई। हम वैध रेत खजाने करें, इससे रोजगार भी जुड़ा है। रेत का अवैध परिवहन रुकना चाहिए। हमको स्थानीय लोगों को रोजगार को ध्यान में रखते हुए पॉलिसी बनाई जानी चाहिए।