नई दिल्ली : कांग्रेस अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को लेकर पूरी तरह तैयार है, राहुल गांधी 7 सितंबर से शुरू होने वाली यात्रा से पहले सुबह 7 बजे श्रीपेरुमबुदूर स्थित राजीव गांधी मेमोरियल जाएंगे। राहुल उस जगह जाएंगे जहां, 1991 में भारत के भूतपूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या हुई थी इसके बाद शाम 4 बजे कन्याकुमारी के गांधी मंडपम में एक सर्व धर्म प्रार्थना सभा होगी, जहां तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन राहुल गांधी को तिरंगा सौंपेंगे और गांधी मंडपम से कुछ दूर स्थित सभास्थल तक सभी नेता पैदल जाएंगे।
इससे पहले दोपहर 3 बजे राहुल गांधी विवेकानंद स्मारक शिला, तिरुवल्लुवर मेमोरियल और कामराज मेमोरियल पहुंचेंगे और शाम 5 बजे एक सभा होगी, जहां से यात्रा शुरू करने का औपचारिक एलान कर दिया जाएगा। अगले दिन यानि 8 सितंबर को विवेकानंद इंस्टीट्यूट से सुबह 7 बजे से पदयात्रा शुरू होगी, यह पदयात्रा सुबह 3 घंटे चलेगी और फिर शाम 3:30 से 6:30 तक सभी यात्री यात्रा करेंगे, हर दिन रोज करीब 21 किलोमीटर की यात्रा होगी।
भारत जोड़ो यात्रा 11 सितम्बर को केरल पहुंचेगी और 18 दिन केरल में रहने के बाद 30 सितंबर को कर्नाटक पहुंचेंगे। यात्रा कर्नाटक में 21 दिन चलेगी।
दरअसल भारत जोड़ो यात्रा तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू होगी और 12 राज्यों से होते हुए जम्मू-कश्मीर में समाप्त होगी। यात्रा में कांग्रेस का झंडा नहीं दिखेगा। इसके बजाए तिरंगा दिखेगा। यात्रा का मकसद समाज से नफरत खत्म करना बताया गया है। यात्रा के दौरान कुल 3,500 किलोमीटर लंबा सफर होगा। यह करीब 150 दिनों तक चलेगी।
यात्रा में कुल 118 नेता भारत यात्री पदयात्रा करेंगे। इसके अलावा अन्य यात्रीगण मौजूद रहेंगे, इस अस्थायी सूची में कांग्रेस युवा नेता कन्हैया कुमार, पवन खेड़ा और पूर्व पंजाब के मंत्री विजय इंदर सिंगला का भी नाम है, जो कन्याकुमारी से कश्मीर के बीच 3500 किमी पैदल चलेंगे।
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, भारत जोड़ो यात्रा वेबसाइट के लॉन्च के वक्त से अब तक 37000 लोगों ने वेबसाइट पर रजिस्टर किया है। इनको कांग्रेस बतौर ‘वॉलंटियर’ यात्री के तौर पर भारत जोड़ो यात्रा में जोड़ने की योजना बना रही है। इसके साथ ही अभी तक तीन तरह के यात्रियों को बांटा गया जिनमें ‘भारत’ यात्री, ‘अतिथि’ यात्री व प्रदेश यात्री शामिल हैं।