पीडब्ल्यूडी को सीएम की सौगात, 4 लेन से जुड़ेंगी तहसील-विकास खंड की सड़कें
2250 करोड़ से बनी सड़कों का शिलान्यास और लोकार्पण
लखनऊ, 14 जुलाई, दस्तक (ब्यूरो): उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग ने सूबे में एक महत्वाकांक्षी परियोजना की शुरुआत की है। इसमें सभी जिला, तहसील और विकास खंड मुख्यालयों को चार लेन की सड़कों से जोड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को पीडब्ल्यूडी की समीक्षा बैठक में इसका ऐलान करते हुए कहा कि एक बड़ी कार्ययोजना पर लोक निर्माण विभाग ने कार्य प्रारम्भ किए हैं। सीएम ने कहा कि इंटरस्टेट कनेक्टिविटी के बाद प्रत्येक जिला मुख्यालय, तहसील व विकास खंड मुख्यालय को 4 लेन से जोड़ा जा रहा है। पहले इसके बारे में कभी कोई सोचता ही नहीं था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज यह सपना साकार हो रहा है। जहां पहले लोग सिंगल व टू लेन सड़कों की बात करते थे, आज वहां पर 4 लेन सड़कें बन रही हैं। प्रत्येक ग्राम को बेहतर कनेक्टिविटी दी जा रही है।
सूबे में 1.20 लाख किमी सड़कें हुईं गड्डा मुक्त
मुख्यमंत्री ने कहा कि समयबद्ध ढंग से जनहित में त्वरित निर्णय लेने व जनप्रतिनिधियों की सक्रियता व उनके साथ बेहतर संवाद से यह परिणाम इस रूप में सामने आया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 1 लाख 20 हज़ार किमी से अधिक सड़क को गड्ढा मुक्त करने में लोक निर्माण विभाग को सफलता प्राप्त हुई है। सीएम ने पूर्ववर्ती सरकारों पर तंज कसते हुए कहा कि 2017 से पहले कहा जाता था कि जहां से गड्ढे वाली सड़कें शुरू हों समझिएगा कि वो यूपी है। आज जहां से अच्छी सड़के प्रारंभ होती हैं वहां से उ.प्र. की सीमा प्रारंभ मानी जाती है।
पिछली सरकार ने जनता के धन का बंदरबांट किया
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की मौजूदगी में सीएम ने सूबे में 2250 करोड़ रु. की लागत से विश्व बैंक और एसियन डेवलेपमेंट बैंक से लिए गए लोन की सहायता से लोकार्पित और शिलान्यास की जाने वाली सभी परियोजनाओं को डिजिटल माध्यमों से प्रदेशवासियों को समर्पित किया। कहा कि यह प्रदेश के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। लोक निर्माण विभाग के विभिन्न मार्गों का लोकार्पण एवं शिलान्यास करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का यह कार्यक्रम, उपलब्धि का एक छोटा सा हिस्सा है। इससे भी बड़े-बड़े कार्य प्रदेश में किए गए हैं। यह कार्य हमें फील्ड में जाने पर देखने को मिलते हैं। इन कार्यों को जनता के द्वारा अपनी स्वीकृति भी मिलती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बातें सिद्ध करती हैं कि पिछली सरकार ने जनता के धन का बंदरबांट किया, दुरुपयोग किया। मार्च 2017 के बाद जब कार्य प्रारम्भ हुए तो आज यह कार्य जमीन पर भी दिखाई देते हैं।