अन्तर्राष्ट्रीय

ब्रिटेन में केले के कंटेंनर से 4700 करोड़ रुपए की कोकीन जब्त, एक साथ 6 टन की खेप ले जा रहे थे तस्कर

नई दिल्ली: ब्रिटेन की नैशनल क्राइम एजेंसी एंड बॉर्डर फोर्स (एन.सी.ए.) ने साउथैम्पटन पोर्ट के एक केले के कंटेनर से करीब 6 टन कोकीन जब्त की है। अधिकारियों ने दावा किया है कि यह ब्रिटेन में अब तक की सबसे ज्यादा मात्रा में पकड़ी गई ए क्लास की ड्रग्स है। इंटनैशनल मार्केट में इसकी कीमत 4700 करोड़ रुपए से अधिक बताई जा रही है।

जर्मनी के पोर्ट ऑफ हैमबर्ग जानी थी ड्रग की खेप
मीडिया रिपोर्ट में एन.सी.ए.के हवाले से कहा गया है कि इस गैरकानूनी ड्रग्स के ब्लॉक्स को जर्मनी के पोर्ट ऑफ हैमबर्ग तक ले जाया जा रहा था जहां से इसे आगे डिलिवरी के लिए जाना था लेकिन उससे पहले ही यह बीते 8 फरवरी को जब्त कर ली गई। एजेंसी के एक प्रवक्ता ने बताया कि उनके एजेंट यूरोपीय पार्टनर्स से साथ इस तस्करी के पीछे के आपराधिक नेटवर्क की पहचान करने के लिए व्यापक स्तर पर ऑपरेशन चला रही थी।

यूरोप में केले के शिपमेंट में ड्रग्स की घटनाएं बढ़ीं
ब्रिटिश अधिकारियों ने कहा कि उन्हें केले की एक खेप में छिपा हुआ 12,500 पाउंड यानी 5.7 टन से अधिक कोकीन मिला है, जिसने देश में हार्ड ड्रग्स की सबसे बड़ी जब्ती का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। एन.सी.ए. के निदेशक क्रिस फैरीमोंड ने एक बयान में कहा कि आपराधिक गिरोह ब्रिटेन के कोकीन बाजार से प्रतिवर्ष 5 अरब डॉलर से अधिक कमाते हैं, इसके चलते पिछले कुछ वर्षों में संबंधित हिंसा में तेजी से वृद्धि देखी गई है। उन्होंने कहा कि पूरे यूरोप में केले के शिपमेंट में ड्रग्स छिपाने की घटनाए बढ़ी हैं।

पुलिस कुत्ते ने इटली में जब्त कराई थी 3 टन कोकीन
पिछले साल अगस्त में नीदरलैंड में सीमा शुल्क एजेंटों ने रॉटरडैम के बंदरगाह में केले के बक्से के अंदर छिपी हुई 17,600 पाउंड कोकीन जब्त की थी। उससे तीन महीने पहले एक पुलिस कुत्ते ने इटली के गियोइया टौरो बंदरगाह में केले के डिब्बे में छिपाकर रखे गए 3 टन कोकीन को सूंघ लिया था। यूरोपियन मॉनिटरिंग सेंटर फॉर ड्रग्स एंड ड्रग एडिक्शन द्वारा विश्लेषण किए गए आंकड़ों के अनुसार हाल के वर्षों में यूरोप में रिकॉर्ड मात्रा में कोकीन जब्त की गई है, जिसमें नीदरलैंड, स्पेन और बेल्जियम के बंदरगाहों पर 70 फीसदी से अधिक जब्ती हुई है। कोलंबिया दुनिया में पाई जाने वाली लगभग 60 फीसदी कोकीन का उत्पादन करता है।

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