धमतरी : प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना के तहत जिले के गौठानों में गोबर खरीदी और वर्मी कम्पोस्ट निर्माण व विक्रय को लेकर कलेक्टर पी.एस. एल्मा ने कृषि विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर समीक्षा की। उन्होंने बैठक में वन विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए आवर्ती चराई गौठानों में जल्द से जल्द गोबर खरीदी, खाद निर्माण और विक्रय शुरू करने के निर्देश दिए।
कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आज सुबह 9.30 बजे से आयोजित बैठक में कलेक्टर ने गौठानों में वर्मी खाद निर्माण में तेजी लाने और तदनुसार विक्रय सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने जिले के सभी सक्रिय गौठानों में प्रतिदिन गोबर खरीदी शुरू करने और पोर्टल में रोजाना एंट्री करने के निर्देश दिए। साथ ही त्रुटिपूर्ण एंट्री के सुधार के लिए प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के लिए उप संचालक कृषि को निर्देशित किया। जिले के सभी 48 आवर्ती चराई गौठानों में भी शीघ्रता से गोबर खरीदी व बिक्री प्रारम्भ करने के कार्ययोजना तैयार करने के कहा। जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती प्रियंका महोबिया ने कहा कि आवर्ती गौठानों में खरीदी व अन्य गतिविधियों की जवाबदेही भी कृषि विभाग की है और यहां जल्द से जल्द खरीदी प्रारम्भ कराएं। बैठक में बताया गया कि जिले के नगरी विकासखण्ड में 26, धमतरी में 10 और मगरलोड में 12 आवर्ती चराई गौठान हैं। सी.ई.ओ. ने कम खरीदी वाले गौठानों की पृथक् से बैठक लेकर समीक्षा करने के निर्देश उप संचालक कृषि को देते हुए इसमें तेजी लाने के लिए कहा। बैठक में बताया गया कि 15 अगस्त की स्थिति में जिले में कुल 282 सक्रिय गौठान हैं जिनमें 274 ग्रामीण क्षेत्र में और शेष 8 गौठान शहरी क्षेत्र में स्थित हैं। इन गौठानों में अब तक 3 लाख 73 हजार 458 क्विंटल गोबर की खरीदी की गई है जिससे 70 हजार 731 क्विंटल वर्मी खाद तैयार की गई है। इसमें से 59 हजार 142 क्विंटल वर्मी खाद बेची जा चुकी है जो कुल उपलब्ध गोबर की मात्रा का 85 प्रतिशत है।