15 सितंबर से खुल जाएंगे MP में कॉलेज और यूनिवर्सिटी, करना होगा इन शर्तों का पालन
Madhya Pradesh College Reopening: मध्य प्रदेश के कॉलेजों, यूनिवर्सिटी में ऑफलाइन मोड में कक्षाओं को फिर से खोलने की मंजूरी मिल गई है. ये हायर एजुकेशनल इंस्टीट्यूट 15 सितंबर 2021 से फिर से खुलेंगे. आधिकारिक वेबसाइट highereducation.mp.gov.in पर जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, छात्रों को केवल 50% क्षमता पर कक्षाओं में भाग लेने की अनुमति होगी, जबकि टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ की 100 प्रतिशत उपस्थिति होगी.
राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने मध्य प्रदेश के कॉलेज, विश्वविद्यालयों को फिर से खोलने की घोषणा की है. उन्होंने यह भी बताया कि ऑफ़लाइन मोड में कक्षाएं फिर से शुरू करने के लिए, कॉलेज के एकेडमिक और नॉन एजुकेशन स्टाफ और स्टूडेंट्स के लिए कोविड-19 टीकाकरण की पहली डोज का सर्टिफिकेट जमा करना अनिवार्य होगा.
एमपी कॉलेज, विश्वविद्यालय फिर से छात्रों के लिए ऑफ़लाइन मोड में खुलने जा रहे हैं इसलिए सरकार ने हॉस्टल और पुस्तकालयों को फिर से खोलने की मंजूरी दे दी है. इन शिक्षण संस्थानों में छात्रों की संख्या ज्यादा होने की स्थिति में अलग-अलग समूह बनाकर प्रैक्टिकल और एकेडमिक कार्य शुरू किया जा सकता है, हालांकि यह सुरक्षा प्रोटोकॉल के आधार पर किया जाना चाहिए.
ऑनलाइन कक्षाएं जारी रखने के लिए कहा गया है क्योंकि ऑफलाइन कक्षाओं के लिए उपस्थिति अनिवार्य नहीं की गई है. इसके लिए संस्थानों को ऑनलाइन और ऑफलाइन शिक्षण को पूरा करने के लिए अलग-अलग टाइम टेबल तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं. लाइब्रेरी को फिर से खोलने की अनुमति दी गई है, इसलिए एंट्री करने वाले सभी छात्रों की थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य की गई है. छात्रों को हाथों को सैनिटाइज करना होगा और लाइब्रेरी को एक निश्चित समय में केवल 50% क्षमता की ही मंजूरी दी गई है.
पहले चरण में, छात्रावासों को केवल उन छात्रों के लिए फिर से खोलने की अनुमति दी जाएगी जो स्नातक के अंतिम वर्ष और स्नातकोत्तर के तीसरे वर्ष में हैं. अगर किसी में संक्रमण के लक्षण दिखाई देते हैं, तो उन्हें तुरंत छात्रावास में आइसोलेशन सुविधा में स्थानांतरित करने के निर्देश दिए गए हैं छात्रावास में प्रवेश लेने से पहले माता-पिता की सहमति और सेल्फ डिक्लेयरेशन फॉर्म भरना अनिवार्य है.