सिंगापुर में भारत व अन्य दक्षिण एशियाई श्रमिकों को होगी वापसी, कंपनियों ने जताई खुशी
सिंगापुर: सिंगापुर की कंपनियों ने भारत, बांग्लादेश और अन्य दक्षिण एशियाई देशों के लिए अपनी सीमा फिर से खोलने के सरकार के कदम का स्वागत किया है क्योंकि इससे निर्माण क्षेत्र में श्रमिकों की कमी दूर हो सकेगी। हालांकि, कंपनियां श्रम प्रधान निर्माण क्षेत्र के लिए श्रमशक्ति की अनुमति देने वाले कदमों पर स्पष्टता चाहती हैं।
‘चैनल न्यूज एशिया’ की खबर के मुताबिक, कोविड-19 महामारी की वजह से लागू प्रतिबंधों के कारण यहां कई कंपनियां श्रमिकों की कमी से जूझ रही हैं। अब जब सरकार ने अपनी सीमा फिर से खोल दी है तो कंपनियों ने अनिश्चितता जाहिर की है कि बुधवार से कितनी संख्या में दक्षिण एशियाई देशों से श्रमिकों को यहां आने की अनुमति दी जाएगी। सिंगापुर ने बांग्लादेश, भारत, म्यांमा, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका के यात्रियों को मंगलवार देर रात 11 बजकर 59 मिनट से देश में प्रवेश की अनुमति दे दी है।
हालांकि इसमें लघु अवधि के लिए आने वाले यात्री शामिल नहीं हैं। ‘स्ट्रेट्स कंस्ट्रक्शन’ कंपनी ने इन कदमों का स्वागत किया। इसके ज्यादातर श्रमिक दक्षिण एशियाई हैं। चैनल ने कंपनी के कार्यकारी निदेशक केनेथ लू को यह कहते हुए उद्धृत किया कि जिस संख्या में श्रमिक आ रहे हैं, वह यहां से जा रहे लोगों की संख्या की तुलना में कम हैं। इन देशों के यात्री श्रेणी-चार प्रतिबंधों के दायरे में आते हैं, जिनके तहत कोविड-19 प्रतिबंधों के मद्देनजर समर्पित केंद्रों में उनके लिए 10 दिन तक पृथकवास में रहना अनिवार्य है।