उत्तर प्रदेशराज्य

ICU में भर्ती महिला को कंपाउंडर ने दिया बेहोशी का इंजेक्शन और किया बलात्कार, CCTV में कैद वारदात

बलरामपुर: बलरामपुर में एक निजी अस्पताल में हुई शर्मनाक घटना ने समाज में सुरक्षा के सवालों को गहरा कर दिया है। ऐसा मामला सामने आया है जहां समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री के निजी अस्पताल में तैनात एक कंपाउंडर ने महिला के साथ जघन्य अपराध किया। अस्पताल, जिसे मरीजों की सुरक्षा का पक्का आश्रय माना जाता है, वहां ही एक महिला की इज्जत तार-तार कर देने वाली घटना ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है।

बलरामपुर के पचपेड़वा थाना क्षेत्र में स्थित विमला विक्रम हॉस्पिटल में गुरुवार की रात एक महिला अपने पति के साथ गंभीर स्वास्थ्य समस्या लेकर आई थी। डॉक्टरों ने महिला को तत्काल ICU में भर्ती किया। लेकिन उस रात की ड्यूटी पर तैनात कंपाउंडर योगेश पांडे ने महिला के परिजनों को बाहर भेजकर, उसे बेहोशी की इंजेक्शन देकर उसका शारीरिक शोषण किया।

पीड़िता ने बताया कि उसने इंजेक्शन के बाद खुद को बेहोश पाया, लेकिन जब होश आया तो ICU के बिस्तर पर आरोपी कंपाउंडर उसके साथ गलत काम कर रहा था। महिला के शोर मचाने पर आरोपी भाग गया। हिम्मत जुटाकर महिला ने अपनी आपबीती परिवार को बताई और पुलिस को शिकायत दर्ज कराई।

जब परिजन अस्पताल प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई, तो उन्हें धमकी दी गई और पैसे लेकर मामले को दबाने की कोशिश भी की गई। लेकिन पीड़िता और उसके पति ने डटकर मामले को पुलिस तक पहुंचाया। मेडिकल जांच में भी बलात्कार की पुष्टि हुई है। पुलिस ने आरोपी कंपाउंडर को गिरफ्तार कर लिया है और उसकी पूरी पड़ताल जारी है। सीसीटीवी फुटेज भी जब्त कर मामले की जांच में सहायक बना।

आरोपी योगेश पांडे लगभग 15 महीने से अस्पताल में काम कर रहा था। उसका परिवार खेती-किसानी करता है और वह शादीशुदा है, उसका एक दो साल का बेटा भी है। इस घटना ने अस्पताल की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

पुलिस अधिकारी तुलसीपुर के क्षेत्राधिकारी बृजनंदन राय ने बताया कि आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है। पीड़िता को पूरी सुरक्षा प्रदान की जा रही है और दोषी को कड़ी सजा दिलाने के लिए जांच प्रक्रिया तेज कर दी गई है।

यह घटना सिर्फ एक अपराध नहीं, बल्कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर समाज और प्रशासन के लिए एक गंभीर चुनौती है। जहां अस्पताल को सुरक्षित ठिकाना माना जाता है, वहां इस तरह की घटना ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। बलरामपुर ही नहीं, पूरे प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा के सवाल उठ खड़े हुए हैं, जिन्हें हल करना अब अत्यंत आवश्यक हो गया है।

Related Articles

Back to top button