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Computer Vision Syndrome: आंख में कुछ किरकिराता है पर कुछ होता नहीं है

Computer Vision Syndrome: आंख में कुछ किरकिराता है पर कुछ होता नहीं हैकंप्यूटर विजन सिंड्रोम में यंगस्टर्स को आंखों में ड्राईनेस की समस्या होती है। ऐसा स्क्रीन पर अधिक वक्त बिताने की वजह से होता है। आंखों में ड्राईनेस की मुख्य वजह कंप्यूटर और मोबाइल पर बहुत अधिक समय बिताना और इन पर काम करने के दौरान पलकें कम झपकाना होती हैं।
पलकें कम झपकने का नुकसान

पलकें कम झपकाने (आई ब्लिंकिंग) की वजह से हमारी आंखों की ऑइल ग्लैंड काम करना बंद कर देती हैं। ये ग्लैंड्स या महीन धमनियां हमारी आखों में नैचरली गीलापन बनाए रखने का काम करती हैं। लेकिन पलकें ना झपके के चलते हमारी आंखों में ड्राईनेस बढ़ जाती है।

आंख में कुछ किरकता रहता है
आंखों में जब ड्राईनेस की समस्या होती है तो व्यक्ति को बार-बार ऐसा लगता है कि आंख में कुछ गिर गया है, जबकि ऐसा होता नहीं है। आंख में किरकिराहट की यह दिक्कत ड्राईनेस की वजह से होती है। इस स्थिति में आंखों तो तुरंत मिनरल वॉटर से धोना चाहिए। आंखों को रगड़ने से बचें नहीं तो आंखों को अधिक नुकसान हो सकता है।

एसी और हीटर भी है एक वजह
स्क्रीन पर अधिक वक्त बिताने के साथ ही एसी कमरों में घंटों बैठना या सर्दी के मौसम में हीटर में अधिक बैठना भी आंखों में बढ़ती ड्राईनेस की एक वजह होता है। स्क्रीन पर अधिक समय देना, पलकें कम झपकना और आर्टिफिशल एटमॉसफेयर में रहने के कारण हमारी आंखों में बननेवाले आंसू जल्दी सूख जाते हैं और आंखे ड्राई होने लगती हैं।

इन वजहों से भी होती है ड्राई आई
आंखों में ड्राइनेस की तेजी से बढ़ती समस्या की वजह खासतौर पर युवाओं में तो स्क्रीन टाइमिंग ही है। लेकिन इसके अलावा और भी कई ऐसी वजहें होती हैं, जिनसे आंखों में ड्राईनेस होती है। जैसे, कोई एलर्जी, किसी दवाई का साइडइफेक्ट, किसी तरह के इंफेक्शन की चपेट में आना या बढ़ती उम्र के कारण होनेवाली समस्याएं। जैसे, महिलाओं में मेनॉपॉज और पुरुषों में हॉर्मोनल इंबैलंस।

ड्राईनेस के कारण होती हैं ये समस्याएं
आंखों में ड्राईनेस के कारण किरकिराहट के साथ ही बार-बार ऐसा अहसास हो सकता है कि आंख में मिट्टी गिर गई है, आंखों में भारीपन हो सकता है, यह स्थिति लंबे समय तक बनी रहे और आप लापरवाही बरतें तो आंखों में एलर्जी भी हो सकती है।

महिलाएं पहले होती हैं शिकार
स्क्रीनिंग टाइम अधिक होने के साथ ही कॉन्टेक्ट लैंस का इस्तेमाल, कॉन्टेक्ट लैंस को प्रॉपर मॉइश्चराइज ना करना, किसी सर्जरी के कारण, थाइरॉइड के कारण। आंखों में ड्राईनेस की समस्या महिलाओं में पुरुषों के मुकाबले अधिक और कम उम्र में देखने को मिलती है। इसकी वजह हॉर्मोनल चेंजेज होते हैं।

नहीं कर पाएंगे काम
अगर आंखों में ड्राईनेस की समस्या को लंबे समय तक अनदेखा किया जाए तो व्यक्ति अंधा तो नहीं होता लेकिन आगे चलकर आंखों में हर समय जलन की समस्या, थकान, भारीपन रहने लगेगा। यहां तक कि पेशंट का मन ही नहीं करता है कि वो आंखें खोले। इस कारण उनका काम और लाइफ दोनों सफर करते हैं।

आई ड्राइनेस दूर करने के घरेलू नुस्खे
अगर आपका काम ही ऐसा कि लंबा वक्त स्क्रीन पर बिताना पड़ता है तो पलकें झपकने पर ध्यान दें। हर 45 मिनट बाद स्क्रीन से कुछ देर का ब्रेक लें। लुब्रिकेंटिंग आई ड्रॉप का यूज करें, गर्म पानी से आंखों की सिकाई करें, आंखों की मसाज करें। चाय और कॉफी पीने के दौरान गर्म कप से आपकी उंगलियां गर्म हो जाती हैं, उन गर्म उंगलियों से आंखों को हल्का प्रेस करें मसाज करें।

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