चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 को लेकर भारत और पाक क्रिकेट बोर्ड में टकराव शुरू, जानिए क्या है वजह ?
नई दिल्ली : एशिया कप 2023 और आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2023 के बाद एक बार फिर भारत और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (India and Pakistan Cricket Board) के बीच टकराव देखने को मिल सकता है. यह टकराव पाकिस्तान की मेजबानी में होने वाले चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 (Champions Trophy 2025) को लेकर होगा. इसकी शुरुआत अभी से हो गई है.
इसकी शुरुआत हर बार की तरह पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने ही की है. दरअसल, चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 पाकिस्तान के पास है, लेकिन अब तक इस मेजबानी के करार पर इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने साइन नहीं किए हैं.
ऐसे में पीसीबी ने आईसीसी से इस करार पर साइन करने का आग्रह किया है. साथ ही इसी बहाने एक और मिन्नत की है. दरअसल, पाकिस्तान को डर है कि एशिया कप 2023 की तरह ही बीसीसीआई अपनी भारतीय टीम को राजनीतिक और सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए पाकिस्तान दौरे पर नहीं भेजेगा.
साथ ही बताया कि पीसीबी अध्यक्ष जका अशरफ और मुख्य परिचालन अधिकारी (COO) सलमान नसीर ने वर्ल्ड कप के दौरान ही अहमदाबाद में ICC कार्यकारी बोर्ड से मुलाकात की थी. इस दौरान दोनों पीसीबी अधिकारियों ने फरवरी-मार्च 2025 में होने वाले चैम्पियंस ट्रॉफी की मेजबानी पर चर्चा की थी.
पीसीबी सूत्र ने कहा, ‘पाकिस्तानी अधिकारियों ने BCCI के फिर से अपनी टीम को पाकिस्तान भेजने से इनकार करने की संभावना पर चर्चा की. यह स्पष्ट किया कि किसी भी स्थिति में ICC को टूर्नामेंट पर एकतरफा फैसला नहीं लेना चाहिए. पीसीबी अधिकारियों ने कहा कि पिछले 2 साल में कई शीर्ष टीमों ने बिना किसी सुरक्षा चिंता के पाकिस्तान का दौरा किया है. उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि अगर भारत टूर्नामेंट के लिए अपनी टीम नहीं भेजता है और उसके मैच दूसरे देश में कराए जाते हैं तो ICC को इसके लिए पाकिस्तान को मुआवजा देना होगा.’
इस सूत्र ने कहा कि PCB अधिकारियों ने ICC से कहा था कि अगर भारत सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान में खेलने से इनकार करता है तो इंटरनेशनल संस्था को एक स्वतंत्र सुरक्षा एजेंसी नियुक्त करनी चाहिए. पीसीबी ने कहा कि यह एजेंसी भारत के अलावा भाग लेने वाली अन्य टीमों की सुरक्षा स्थिति का आकलन करने के लिए पाकिस्तान सरकार और सुरक्षा अधिकारियों के साथ संपर्क कर सकती है.
बता दें कि एशिया कप 2023 भी पाकिस्तान की मेजबानी में खेला गया था. मगर बीसीसीआई ने अपनी भारतीय टीम को पाकिस्तान दौरे पर भेजने से मना कर दिया था. तब एशिया कप हाइब्रिड मॉडल के तहत कराया गया. यानी पाकिस्तान में 4 और श्रीलंकाई जमीन पर फाइनल समेत बाकी 9 मैच कराए गए थे. भारत ने अपने सभी मैच श्रीलंका में खेले थे. यह टूर्नामेंट भारत ने जीता था.