भोपाल : मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव में अभी लगभग 5 महीने का समय बाकी है, लेकिन चुनावों को लेकर भाजपा में उथल-पुथल देखी जा रही है। दरअसल इन दिनों कांग्रेस छोड़कर आए विधायकों और भाजपा के बागी नेताओं की चर्चा जोर-शोर पर है। यह बात आज वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व सांसद नारायण सिंह केसरी ने राजधानी के पत्रकारों से अनौपचारिक चर्चा में कही। उन्होंने बताया कि इसी विषय में कल शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तथा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से मुलाकात की थी।
उन्होंने मुख्यमंत्री श्री चौहान को समझाइश देते हुए बताया कि पिछले चुनाव में विजयी कांग्रेस के उम्मीदवार जो कि पार्टी छोड़कर ज्योतिरादित्य सिंधिया जी के साथ भाजपा में शामिल हो गए थे, उन्हें अब पार्टी में तवज्जो न मिलने से वे यहां भी असंतुष्ट नजर आ रहे हैं। इसके अलावा इन दिनों भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले भाजपा नेताओं की सक्रियता को नजरअंदाज करना भाजपा के लिए ही हानिकारक हो सकता है। श्री केसरी ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीडी शर्मा से भेंट में बताया कि पार्टी कार्यकर्ताओं में इस बात को लेकर घोर निराशा और असंतोष पनप रहा है कि उन्हें केवल चुनाव के समय इस्तेमाल किया जाता है
इसके पहले या बाद में कोई तवज्जो नहीं दी जाती। उन्होंने पूर्व विधायक दीपक जोशी का उदाहरण देते हुए शर्मा से कहा कि प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान की कार्यप्रणाली पर कोई आक्षेप या आरोप नहीं लगा सकता। वह पूर्ण निष्ठा और ईमानदारी से अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। लेकिन अन्य वरिष्ठ नेताओं द्वारा पार्टी के निचले स्तर के नेताओं और कार्यकर्ताओं को महत्व न दिया जाना और उनकी उपेक्षा करना भाजपा के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। इस विषय में शीघ्र उचित निर्णय लेना होंगे। अभी समय है पार्टी के जमीनी कार्यकर्ताओं संगठन में आवश्यक उत्तरदायित्व देकर उन्हें संभालना होगा ताकि वे निष्ठापूर्वक पार्टी के लिए काम कर सकें।