पंजाब

चन्नी को मुख्यमंत्री के तौर पर पेश करना कांग्रेस का हताशा भरा प्रयास : मायावती

चंडीगढ़ । बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने मंगलवार को कहा कि पंजाब में मौजूदा मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को अगले मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करना कांग्रेस पार्टी का राज्य में अपने डूबते भाग्य को पुनर्जीवित करने का एक हताशापूर्ण प्रयास है। बसपा सुप्रीमो ने नवांशहर में शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के साथ यहां एक बड़ी सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी केवल चुनाव के समय दलितों को याद करती है। चुनाव समाप्त होने के बाद वे चरणजीत चन्नी को दरकिनार कर देंगे, जिन्हें अब भी दिल्ली से रिमोट कंट्रोल किया जा रहा है।”

उन्होंने चन्नी से यह समझने के लिए भी कहा कि उन्हें पार्टी में क्यों पदोन्नत किया गया, क्योंकि कांग्रेस पार्टी का चुनावों के दौरान दलित समुदाय का उपयोग करने का एक पुराना इतिहास रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि कांग्रेस पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार घोषित होने के बाद चन्नी गुरु रविदास जी का आशीर्वाद लेते तो यह बेहतर और अधिक उपयुक्त होता। मायावती ने 20 फरवरी को विधानसभा की 117 सीटों के लिए मतदान से पहले अपनी पहली चुनावी रैली में कहा, “मैं रविदास समाज से चन्नी को गुरु रविदास जी के मूल्य का एहसास कराने की अपील करती हूं।”

बसपा अध्यक्ष ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि अकाली-बसपा गठबंधन चुनाव में जीत हासिल करेगा। उन्होंने कहा, “हम सभी को राज्य के अगले मुख्यमंत्री के रूप में सुखबीर बादल को स्थापित करने के लिए एकजुट होकर काम करना होगा।” उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि बादल के अगले मुख्यमंत्री के रूप में समाज के कमजोर वर्गो के जीवन में सर्वागीण सुधार लाने के लिए विशेष योजनाएं शुरू करेंगे।

मायावती ने कहा कि कांग्रेस पार्टी देशभर में एक स्वाभाविक मौत मर रही है और पंजाब में इसके दिन गिने जा रहे हैं, भारतीय जनता पार्टी भी लौटने के अपने रास्ते पर है। लोगों को एहसास है कि भाजपा की कॉर्पोरेट मानसिकता है और यह कांग्रेस पार्टी की तरह ही भाग्य का सामना करेगी। उन्होंने आम आदमी पार्टी (आप) के बारे में कहा कि लोगों को पंजाब में आप पर विश्वास करने से पहले दिल्ली के हालात खुद देख लेने चाहिए। इस मौके पर शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि मायावती के पंजाब दौरे के बाद अकाली-बसपा की सुनामी पूरे राज्य में दस्तक देने वाली है।

उन्होंने कहा कि पंजाबियों ने कांग्रेस पार्टी द्वारा ठगा हुआ महसूस किया, जिसने कुछ नहीं किया और प्रकाश सिंह बादल द्वारा पंजाबियों को दिए गए सभी सामाजिक कल्याण लाभों को खत्म या कम करके पांच साल बर्बाद कर दिए, चाहे वह नीले कार्ड को खत्म करना हो या वृद्धावस्था पेंशन और शगुन योजना को कम करना हो।

उन्होंने कहा कि इसी तरह पंजाबी आप पर भरोसा नहीं कर सकते, जिसका पंजाब विरोधी एजेंडा है। बादल ने कहा कि आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल का पंजाब से कोई लगाव नहीं है।

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