कांग्रेस ने आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए बानायी प्रचार समिति, इन बड़े नेताओं को किया शामिल
मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने प्रचार जोरो-शोरो से शुरू कर दिया है। इसके लिए कांग्रेस ने पूरे महाराष्ट्र में प्रचार के लिए एक प्रचार समिति का गठन किया है, जो आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की बागडोर संभालेगी।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आगामी विधानसभा चुनावों के लिए महाराष्ट्र की प्रचार समिति के गठन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है, पार्टी की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है। 5 नवंबर की विज्ञप्ति के अनुसार, चंद्रकांत हंडोरे को समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है, जबकि नाना गावंडे को समिति का संयोजक नियुक्त किया गया है।
इन्हें बनाया सदस्य
वर्षा गायकवाड़, कुमारी प्रणीति शिंदे, इमरान प्रतापगढ़ी, कल्याण काले, विलास मुत्तेमवार, सतीश चतुर्वेदी, सुनील केदार, सुरेश शेट्टी, उल्हास पवार, हुसैन दलवई, कुमार केतकर, अशोक पाटिल, अशोक (भाई) जगताप, अनीस अहमद, मोहन जोशी, चारुलता टोकस, अभिजीत वंजारी, वजाहत मिर्जा, प्रदन्या सातव, रामहरि रूपनवार, एमएम शेख, मुनाफ हकीम, चरण सिंह सपरा, राजाराम पंगव्हाणे और राजेश शर्मा को समिति के ‘सदस्य’ के रूप में नियुक्त किया गया है।
समिति के अन्य सदस्यों में सचिन सावंत, शरद अहेर, महेंद्र घरात, किशोर बोरकर, जेनेट डिसोजा, संध्या सावलाखे, सिद्धार्थ हट्टियाम्बिरे, भानुदास माली, डॉ. इब्राहिम भाईजान, कमल फारूक, अनीशा बागुल, सूर्यकांत पाटिल, हेमलता पाटिल, मोहन देशमुख, प्रवीण देशमुख, सुनील अहिरे, अनीस कुरेशी और अशोक धावड़ शामिल है।
20 नवंबर को चुनाव
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होने हैं, जिसमें सभी 288 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए वोटों की गिनती 23 नवंबर को होनी है। विपक्षी एमवीए गठबंधन, जिसमें कांग्रेस, शिव सेना (यूबीटी), और शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी हैं, इनका लक्ष्य महायुति गठबंधन को चुनौती देकर राज्य में सत्ता हासिल करना है। महायुति के इस गठबंधन में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी शामिल है।
आपको बताते चले कि 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 105 सीटें, शिवसेना ने 56 और कांग्रेस ने 44 सीटें हासिल कीं थी। तो वहीं इससे पहले 2014 में भाजपा ने 122 सीटें, शिवसेना ने 63 और कांग्रेस ने 42 सीटें हासिल की थीं।