नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी बुधवार को अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड पहुंचे। उन्होंने मलप्पुरम में आयोजित जनसभा में लोकसभा चुनाव में जीत के लिए जनता का आभार व्यक्त किया।
जनता की भारी भीड़ के बीच राहुल गांधी ने कहा कि देश के हर राज्य की अपनी अलग भाषा है। हर राज्य की परपराएं संविधान की वजह से सुरक्षित हैं। अगर संविधान चला जाए तो कल कोई केरल आएगा और बोलेगा कि आप मलयालम न बोलें। यह चुनाव संविधान के लिए था। चुनाव से पहले भाजपा के नेता कहते थे कि वो संविधान को बदल देंगे। अब चुनाव के बाद नरेंद्र मोदी संविधान को सिर से लगाते हैं। पीएम मोदी वाराणसी में मुश्किल से जीत पाए हैं। भाजपा अयोध्या में भी हार गई है। नफरत को मोहब्बत ने हरा दिया है।
राहुल गांधी ने आगे कहा कि पीएम मोदी-अमित शाह को लगा कि ईडी-सीबीआई उनके पास है तो वे तानाशाही कर सकेंगे। केरल और उत्तर प्रदेश के लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी को बताया है कि संविधान उनकी आवाज है और वो इसको छू नहीं सकते हैं। देश की जनता ने प्रधानमंत्री को बता दिया कि वे तानाशाही नहीं कर सकते हैं। विपक्ष ने भाजपा को करारा झटका दिया है और केंद्र में पंगु सरकार बनी है। विपक्ष का कर्तव्य हम निभाते रहेंगे। हम गरीबों की बात संसद में उठाते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि मैं दुविधा में हूं कि वायनाड का सांसद रहूं या फिर रायबरेली का। पीएम मोदी की तरह मुझे भगवान निर्देश नहीं देते हैं। मैं साधारण मनुष्य हूं। देश की गरीब जनता ही मेरी भगवान है। मैं लोगों से बात करता हूं और वो मुझे बताते हैं कि क्या करना है। मैं विश्वास दिलाता हूं कि मेरे फैसले से वायनाड और रायबरेली दोनों जगहों की जनता खुश होगी। पीएम मोदी ने कहा था कि ‘400 पार’ होगा। फिर बोला कि ‘300 पार’ होगा। लेकिन, ‘300 पार’ भी नहीं कर पाए।
इस दौरान राहुल गांधी के साथ कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल, वीडी सतीसन, रमेश चेन्निथला समेत अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस बार लोकसभा चुनाव केरल की वायनाड और उत्तर प्रदेश की रायबरेली संसदीय सीट से लड़ा था। उन्हें दोनों ही सीट पर जीत हासिल हुई।