कांग्रेस ने पेट्रोल-डीजल और गैस की बढ़ती कीमतों के साथ बढ़ी महंगाई पर बीजेपी को घेरा
भोपाल। प्रदेश की तीन विधानसभा और लोकसभा की एक सीट पर हो रहे उपचुनाव में कांग्रेस ने कई मुद्दों को भुनाने का प्रयास किया है। इन मुद्दों पर उसे कितनी सफलता मिलेगी यह तो 2 नवंबर को मतों की गिनती के बाद सामने आए, लेकिन उपचुनाव में कांग्रेस की ओर से प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने ही अकेला किला लड़ाया। उन्होंने अपनी सभाओं के जरिए कई मुद्दों पर जनमानस को कांग्रेस की तरफ करने का प्रयास किया।
कमलनाथ ने लगभग हर सभा में महंगाई की बात की। उन्होंने पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के बढ़ती कीमतों के साथ ही दाल, सब्जी और खाने के तेल की कीमतों पर केंद्र के साथ ही प्रदेश सरकार को घेरा। नाथ ने हर सभा में आरोप लगाया कि महंगाई की मार से हर वर्ग परेशान हो रहा है। नौजवान वोटर्स को लुभाने के लिए उन्होंने बेरोजगारी की बात भी जोर शोर से उठाई।
नाथ ने कर्ज माफी को लेकर अपनी 15 माह की सरकार की उपलब्धि बताई। वहीं उन्होंने प्रदेश सरकार से किसानों का कर्ज माफ करने की मांग भी उठाई। इस दौरान फसल बीमा राशि नहीं मिलने को भी मुद्दा बनाने का प्रयास किया गया। कमलनाथ ने हर सभा में यह भी लोगों को बताया कि कोरोना की दूसरी लहर में प्रदेश सरकार न तो आॅक्सीजन दे सकी और न ही इंजेक्शन उपलब्ध करा सकी। कोरोना से हुई मौतों के आंकड़ा छुपाने का आरोप लगाकर सरकार को घेरने का प्रयास हुआ, वहीं कोविड 19 से जिनके परिवार में किसी की मौत हुई उस परिवार को मुआवजा नहीं मिलने का भी मुद्दा उन्होंने उठाया।