नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र से पहले कांग्रेस मंहगाई के मुद्दे पर देशव्यापी जन जागरण अभियान चलाएगी। पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन 14 नवंबर से शुरू होने वाले इस अभियान के जरिए पार्टी ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचकर उन्हें अपने साथ जोड़ने का प्रयास करेगी। अभियान के तहत पार्टी कार्यकर्ता प्रभात फेरी, पदयात्रा और लोगों से संवाद करेंगे।
पार्टी के संगठन प्रभारी केसी वेणुगोपाल, वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह और रणदीप सुरजेवाला ने कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए कहा कि मोदी सरकार की गरीब विरोधी नीतियों की वजह से 23 करोड़ लोग गरीबी रेखा से नीचे चले गए हैं। जनता परेशान है। इसलिए पार्टी जनजागरण अभियान शुरू कर लोगों को महंगाई के मुद्दे पर जागरूक करेगी। उन्होंने कहा कि इस बारे में सोशल मीडिया अभियान भी चलाया जाएगा। पार्टी एक टोल फ्री नंबर जारी करेगी। इस पर मिस्ड कॉल कर कोई भी व्यक्ति खुद को रजिस्टर करा सकता है। इस अभियान में शामिल होने वाले लोगों के पास पार्टी की सदस्यता लेने का भी विकल्प रहेगा। कांग्रेस कार्यसमिति की पिछली बैठक में इस अभियान के कार्यक्रम को मंजूरी दी गई थी।
गरीब और मध्यवर्गीय परिवार को बजट संभालने में मुश्किल
पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों की वजह से गरीब और मध्यवर्गीय परिवार को अपना बजट संभालने में मुश्किल हो रही है। इसलिए, हमने मंहगाई का विषय लिया है। इसके साथ दूसरे विषयों पर भी लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पार्टी की कोशिश है कि इस जनजागरण अभियान में ज्यादा से ज्यादा आम लोगों को जोड़ा जाए।
प्रदेश कांग्रेस कार्यालयों में कंट्रोल रूम बनाए गए
पंद्रह दिन तक चलने वाले इस अभियान के लिए पार्टी मुख्यालय और सभी प्रदेश कांग्रेस कार्यालयों में कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। इन कंट्रोल रूम के जरिए जन जागरण अभियान की निगरानी की जाएगी। पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सभी नेताओं से कहा गया है कि वह अभियान के दौरान वह अपने-अपने क्षेत्र में कम से कम सात दिन की पद यात्रा जरूर करें।
प्रशिक्षण पर भी खास ध्यान दे रही है पार्टी
इस साथ पार्टी प्रशिक्षण पर भी खास ध्यान दे रही है। जन जागरण अभियान के लिए भी प्रदेश स्तर के नेताओं के लिए 14 नवंबर को वर्धा (महाराष्ट्र) में एक दिन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद हर लोकसभा और विधानसभा क्षेत्र से दस-दस और विभिन्न क्षेत्रों के बीस व्यक्तियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके अलावा और भी प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जाएंगे।