भोपाल : प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ मिशन 2023 को लेकर एक-एक कदम फूंक कर रख रहे हैं। इसके चलते उन्होंने एसटी के लिए आरक्षित विधानसभा सीटों पर अपनी रणनीति को बदलने का मन मना लिया है। प्रदेश में आदिवासी वर्ग के लिए 47 सीट आरक्षित हैं। दरअसल कांग्रेस को संदेह है कि कुछ आदिवासी विधायकों ने राष्टÑपति के चुनाव में पार्टी समर्थित उम्मीदवार की जगह पर दूसरे उम्मीदवार को अपना वोट दिया था। इसके बाद से लगातार ऐसे क्षेत्रों में कांग्रेस की मॉनिटरिंग चल रही है।
सूत्रों की मानी जाए तो कांग्रेस ने अब इनमें से कुछ सीटों पर सीटिंग विधायकों की जगह पर नये चेहरे की तलाश भी शुरू कर दी है। जिला प्रभारी और सहप्रभारियों को इस काम की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वे संबंधित जिले के नेताओं और पार्टी पदाधिकारियों से इस संबंध में बात करेंगे। वहीं नाथ की टीम भी इन क्षेत्रों में नये चेहरा तलाशने का काम करेगी। जिन क्षेत्रों में कांग्रेस को नये चेहरे मिल जाएंगे। उन चेहरों को अगले 6 महीने के भीतर उस क्षेत्र में सक्रिय किया जाएगा। इस तरह के नेताओं को अगले 6 महीने तक क्षेत्र में सरकार के खिलाफ धरने-प्रदर्शन आदि के निर्देश दिए जाएंगे। वहां के जिला प्रभारी और जिला अध्यक्ष भी इन्हें महत्व देंगे और उनके हिसाब से जिला एवं ब्लॉक संगठनों में नियुक्तियां की जाएगी। इसके अलावा उन्हें कई अन्य तरह से भी क्षेत्र में एक्टिव रखा जाएगा।