उदयपुर ‘चिंतन शिविर’ में तय योजना के मुताबिक गुजरात में चुनाव अभियान चलाएगी कांग्रेस
अहमदाबाद: पड़ोसी राज्य राजस्थान (Rajaasthan) के उदयपुर में हुए कांग्रेस (Congress) के तीन दिवसीय ‘चिंतन शिविर’ (Chintan Shivir) से इतर इस बात की भी विस्तृत योजना बनाई गई कि गुजरात (Gujarat) में प्रचार अभियान को कैसे आगे बढ़ाना है जहां इस साल दिसंबर में चुनाव होने हैं। नेताओं ने सोमवार को यहां यह जानकारी दी।
‘एक परिवार एक टिकट’ और 50 साल से कम उम्र के लोगों को 50 प्रतिशत सीटों पर मैदान में उतारने जैसे नए मानदंड जिन पर विचार-मंथन सत्र के दौरान चर्चा हुई, आने वाले दिनों में गुजरात से उन्हें अमल में लाए जाने की संभावना है। कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोशी ने कहा, “प्रदेश के जो नेता उदयपुर गए थे उनकी राहुल गांधी समेत वरिष्ठ नेताओं के साथ विस्तृत बैठक हुई और चुनाव अभियान को कैसे आगे बढ़ाना है इसकी एक व्यापक रणनीति तैयार की गई।”
गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश ठाकोर, प्रदेश प्रभारी रघु शर्मा और करीब 14-15 वरिष्ठ नेता राजस्थान के उदयपुर में तीन दिवसीय ‘चिंतन शिविर’ में शामिल हुए। प्रतिभागियों में से एक पूर्व केंद्रीय मंत्री और प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी ने कहा कि ‘एक परिवार एक टिकट’ और ‘50 से कम उम्र वालों को 50 प्रतिशत टिकट’ जैसे फैसले गुजरात चुनावों में लागू किए जाएंगे।
दोशी ने कहा कि यह निर्णय भी लिया गया कि ‘भारत जोड़ो’ कार्यक्रम के तहत गुजरात में लोगों से जुड़ने के लिए एक अहम जनसंपर्क अभियान शुरू किया जाएगा। दोशी ने कहा, “कांग्रेस नेतृत्व चुनावों को गंभीरता से ले रहा है और राज्य के बाहर के शीर्ष नेताओं को एक-एक संसदीय सीट के प्रभारी के रूप में नियुक्त करने का फैसला किया गया है। वे उस लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली पांच से छह विधानसभा सीटों को देखेंगे।”
उन्होंने कहा, “राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा जैसे नेताओं के दौरों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी और वे अभियान की बागडोर अपने हाथ में रखेंगे। जून के महीने में राहुल और प्रियंका दोनों गुजरात आएंगे।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं की क्षेत्रवार बैठकें आयोजित करेगी जिसमें उस क्षेत्र के नेताओं को विशिष्ट जिम्मेदारियां सौंपी जाएंगी।
दोशी ने कहा, “सौराष्ट्र क्षेत्र की बैठक 19 मई को होगी, दक्षिण गुजरात क्षेत्र की बैठक 21 मई को सूरत में होगी। इनमें सभी स्थानीय नेताओं को बुलाया जाएगा और चुनाव से पहले विशिष्ट जिम्मेदारियां दी जाएंगी।” महंगाई और भ्रष्टाचार को मुख्य चुनावी मुद्दा बनाने वाली कांग्रेस, अपने वोट आधार को मजबूत करने के लिए नरेश पटेल जैसे पाटीदार नेताओं के शामिल होने की उम्मीद कर रही है।
दोशी ने कहा, “हमने नरेश पटेल को आमंत्रित किया है और वह जल्द ही फैसला करेंगे।” कांग्रेस प्रदेश में पिछले 27 सालों से सत्ता से बाहर है और इस बार उसे अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) से तीसरे दावेदार के तौर पर चुनौती का भी सामना करना होगा।