हरदोई में राजधानी एक्सप्रेस और काठगोदाम ट्रेन को डिरेलिंग की साजिश नाकाम, लोको पायलट की सूझबूझ से बची यात्रियों की जान; जांच में जुटी पुलिस

हरदोई: उत्तर प्रदेश के हरदोई में दो ट्रेनों को डिरेल करने की साजिश भले ही नाकाम हो गई हो लेकिन घटना से अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। लखनऊ परिक्षेत्र के एसपी जीआरपी रोहित मिश्रा ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और उन्होंने तमाम आवश्यक दिशा-निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। एसपी ने बताया कि प्रथम दृष्टया ऐसा कोई क्लू प्राप्त नहीं हुआ है ऐसा लगता है कि किसी आसपास के व्यक्तियों के द्वारा ऐसा कुछ किया गया है पूरे मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। टीमों का गठन कर दिया गया है। जिला पुलिस व आरपीएफ जीआरपी भी संयुक्त रूप से काम कर रही है। सर्विलांस टीमें भी लगा दी गई है इस केस में जल्दी ही खुलासा कर लिया जाएगा।
हरदोई में कल देर शाम अराजक तत्वों ने दलेलनगर-उमरताली रेलवे ट्रैक पर राजधानी एक्सप्रेस और काठगोदाम-लखनऊ एक्सप्रेस को डिरेल करने की कोशिश की लेकिन समय रहते ट्रेन रोककर साजिश को नाकाम कर दिया गया। सोमवार शाम लगभग 5:45 बजे नई दिल्ली से डिब्रूगढ़ जा रही 20504 राजधानी एक्सप्रेस जैसे ही किलोमीटर संख्या 1129/14 पर पहुंची, लोको पायलट ने ट्रैक पर लकड़ी का गुटका और अर्थिंग वायर देखा। उन्होंने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका और ट्रैक से बाधाएं हटाकर रेलवे अधिकारियों को सूचना दी। ट्रेन करीब 5-10 मिनट तक रुकी रही। इसके थोड़ी ही देर बाद पीछे आ रही 15044 काठगोदाम लखनऊ एक्सप्रेस को भी निशाना बनाया गया, लेकिन उसके लोको पायलट ने भी सतर्कता दिखाई और ट्रेन को रोककर ट्रैक से लकड़ी व तार हटवाए। दोनों ही घटनाओं में कोई नुकसान नहीं हुआ, लेकिन साजिश बड़ी थी।
गौरतलब है कि हरदोई में इससे पहले 1 मार्च 2025 को आउटर पर लोहे का बोल्ट और 25 अक्टूबर 2024 को दिलावर नगर में लकड़ी का गुटखा रखकर ट्रेनों को डिरेल करने की कोशिश हो चुकी है। पुलिस का कहना है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।