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राजस्थान को प्रदूषण एवं प्लास्टिकमुक्त करने के लिए लगातार किये जा रहे हैं सार्थक प्रयास

जयपुर : राजस्थान को प्रदूषण एवं प्लास्टिकमुक्त करने के लिए लगातार सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं । इसके लिए राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अधिकारी घर-घर जाकर कपडे के थैले वितरित करने के साथ प्लास्टिक कैरी बैग्स एवं प्रतिबंधित सिंगल यूज़ प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने की शपथ भी दिला रहे हैं।

राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल के सदस्य सचिव एन विजय ने बताया कि गत 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मंडल के अधिकारियों द्वारा राज्य को प्रदूषण एवं प्लास्टिक मुक्त करने की दिशा में कई प्रकार के नवाचार एवं विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से आमजन को जागरूक करने का प्रयास किया गया था। जिसके तहत प्रतिबंधित प्लास्टिक कैरी बैग्स की जगह कपड़े के थैले व्यापक स्तर पर वितरित करने का कार्य भी किया गया था। तब ही से मंडल अधिकारियों द्वारा घर – घर जाकर कपड़े के थैले वितरित कर प्रतिबंधित प्लास्टिक का उपयोग न करने के लिए जागरूक किया जा रहा है ताकि समाज का प्रत्येक व्यक्ति पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन में अहम भूमिका निभा सके। इस के साथ ही आमजन के सहयोग से पौधारोपण का कार्य भी किया जा रहा है ताकि प्रदूषण एवं प्लास्टिक मुक्त के साथ हरित राज्य की संकल्पना को साकार करने की ओर हम अग्रसर हो।

इस मुहिम के दौरान मंडल की वरिष्ठ पर्यावरण अभियंता श्रीमती शशि चौधरी ने इंदिरा नगर, हिम्मत नगर एवं टोंक रोड सहित विभिन्न स्थानों पर घर— घर जाकर कपड़े के थैलों का वितरण किया, साथ ही स्थानीय पार्कों एवं अन्य स्थानों पर स्थानीय लोगों के सहयोग से पौधारोपण का कार्य भी किया। इस दौरान श्रीमती शशि ने आमजन को प्रतिबंधित प्लास्टिक वस्तुओं का उपयोग नहीं करने को लेकर शपथ दिलवाई तथा कहा कि स्थानीय स्तर पर पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन में आमजन की अहम भूमिका है इसलिए अपने आस -पास एवं समाज के अन्य नागरिकों को जागरूक करने का हर किसी को प्रयास करना चाहिए।

इस दौरान जब हर घर—घर जाकर कपड़े के थैले दिए गए तो बच्चों से लेकर वरिष्ठजनों तक सभी ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी जिम्मेदारी का एहसास किया तथा थैले पाकर उनके चेहरे खिल उठे। इस अवसर पर हिम्मत नगर निवासी श्री धीरज बरारा ने कहा कि मंडल की यह मुहिम अतुलनीय है एवं अब वे प्रतिबद्ध हैं कि कभी प्रबंधित प्लास्टिक सामग्री का उपयोग नहीं करेंगे, साथ ही पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन में भी अपनी सकारात्मक भूमिका अदा करने के साथ अपने आस- पास के लोगों को भी जागरूक करेंगे।

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