अलीगढ़ में स्थाई होने के इंतजार में संविदा कर्मी
अलीगढ़: शहर की स्वच्छता व्यवस्था में संविदा कर्मियों का भी भरपूर योगदान है। वर्षों से नगर निगम में सेवा दे रहे इन सफाई कर्मियों को शासन स्तर से वेतन मिलता है। मगर, इन्हें स्थाई करने का कोई फरमान अभी तक जारी नहीं हो सका। स्थानीय उच्चधिकारियों से लेकर शासन में भी इस मुद्दे को उठाया जा चुका है। हर बार आश्वासन ही मिलता है। अब ये कर्मचारी भी आउटसोर्सिंग कर्मियों की तरह अपनी मांग उठा रहे हैं।
अपर मुख्य सचिव के आश्वासन पर विरोध प्रदर्शन का कार्यक्रम फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। सड़कों की सफाई हो, या कूड़ा कलेक्शन, या फिर सीवर सफाई का कार्य, स्थाई और आउटसोर्सिंग के अलावा संविदा कर्मचारियों की भूमिका रहती है। निगम में 335 संविदा कर्मी तैनात हैं। कुछ तो सुपरवाइजर बन चुके हैं। लेकिन वेतन उतना ही है, जितना पहले था। वेतन वृद्धि को लेकर नगर निगम अधिकारी हाथ खींच रहे हैं। वहीं, पार्षद वार्डों के अलावा इन्हें निगम सीमा में शामिल हुए गांवों में भी भेजा जा रहा है। नाला गैंग में आउटसोर्सिंग कर्मचारी शामिल हैं।
इनका भी वेतन बढ़ाने के लिए निगम अधिकारी तैयार नहीं हो रहे। नगर निगम करीब 1008 कर्मचारी आउटसोर्सिंग पर काम कर रहे हैं। इन्हें 200 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से वेतन मिलता था। जो बढ़ाकर 336 रुपये कर दिया गया। मगर ये कर्मचारी 18000 रुपये मासिक वेटन की मांग कर रहे हैं। कर्मचारी यूनियनें इनके पक्ष में खड़ी हो रही हैं। अधिकारी भी वेतन बढ़ाने का मन बना रहे हैं।
मुख्य सचिव के आश्वासन पर धरना स्थगित
उधर, संविदा कर्मचारियों को स्थाई करने का मुद्दा दो दिन पूर्व नगर विकास के अपर मुख्य सचिव के समक्ष उठाया गया। उन्होंने आश्वासन दिया है। पूरे मामले को वे मुख्यमंत्री के समक्ष रखेंगे। कर्मचारी नेता माणिक लाल नगर का कहना है कि अपर मुख्य सचिव के आश्वासन पर विरोध प्रदर्शन का कार्यक्रम फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।