उप्र : चौबीस घंटे में मिले कोरोना के 4,677 नए मरीज, 49,288 सक्रिय मामले
-अब तक 2,987 लोगों की संक्रमण से हो चुकी है मौत
लखनऊ। प्रदेश में कोरोना के तेजी से बढ़ रहे संक्रमण के बीच बीते चौबीस घंटे में 4,677 नए मामले सामने आए हैं। इस तरह कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या अब 75 जनपदों में 49,288 हो गई है। वहीं अब तक 1,40,107 लोग इलाज के बाद पूरी तरह ठीक होने के बाद घर भेजे जा चुके हैं। इसके साथ ही राज्य में अब तक 2,987 लोगों की इस संक्रमण से मौत हो चुकी है।
मृत्यु दर घटकर 1.55 प्रतिशत और रिकवरी दर बढ़कर हुई 72.82 प्रतिशत
प्रदेश के अपर मुख्य सचिव-चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने सोमवार को बताया कि राज्य में केस फैटेलिटी रेट (सीएफआर) यानी कोरोना के कुल मामलों में मृत्यु दर अब घटकर 1.55 प्रतिशत हो गई है। वहीं मरीजों के तेजी से ठीक होने के फलस्वरूप रिकवरी का प्रतिशत भी बढ़ रहा है और अब यह 72.82 प्रतिशत हो गया है।
उन्होंने कहा कि सीएफआर कम होने के बावजूद हम हर एक मृत्यु को दुर्भाग्यपूर्ण मानते हैं। हमारा पूरा प्रयास है कि चिकित्सा की बेहतर व्यवस्था उपलब्ध कराकर प्रिवेंटेबल डेथ यानि को हर हाल में रोका जाए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि सभी चिकित्सालयों में प्रिवेंटेबल डेथ को रोकने के लिए जो भी दवा, उपकरण व ट्रेनिंग आवश्यक हो, उसकी पूर्ति कराकर प्रिवेंटेबल डेथ को जरूर रोका जाए।
कुल जांच का आंकड़ा 46 लाख के पार
राज्य की विभिन्न प्रयोगशालाओं में रविवार को कुल 1,21,553 कोरोना नमूनों की जांच की गई। इसके साथ ही राज्य में अब तक कुल 46,74,620 कोरोना नमूनों की जांच हो चुकी है।
कुल जांच का आंकड़ा 46 लाख के पार
राज्य की विभिन्न प्रयोगशालाओं में रविवार को कुल 1,21,553 कोरोना नमूनों की जांच की गई। इसके साथ ही राज्य में अब तक कुल 46,74,620 कोरोना नमूनों की जांच हो चुकी है।
24,482 लोग होम आइसोलेशन में करा रहे इलाज
उन्होंने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में 24,482 लोग होम आइसोलेशन यानि घर पर रहकर इलाज की सुविधा का लाभ ले रहे हैं। वहीं 2,134 लोग निजी अस्पतालों, 269 मरीज एल-1 प्लस की सेमिपेड फैसिलिटी और शेष राज्य सरकार की एल-1, एल-2 व एल-3 की व्यवस्था के तहत विभिन्न सरकारी अस्पतालों में भर्ती हैं। अब तक कुल 74,608 लोग होम आइसोलेशन सुविधा का लाभ उठा चुके हैं। इनमें से 53,126 लोगों को डिस्चार्ज घोषित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि होम क्वारंटाइन में रह रहे लक्षणविहीन कोविड-19 मरीजों के पास हमारी टीम उनके घर जाकर दवा का पैकेट उपलब्ध कराती है तथा यह बताती है कि किस प्रकार से उन्हें अपना ध्यान रखना है। लेकिन, यदि किसी की तबीयत खराब हो, तो तत्काल जिले के इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर पर फोन करें तथा तत्काल अस्पताल में भर्ती होकर इलाज कराएं।
प्रदेश में 62,744 कोविड हेल्प डेस्क स्थापित
प्रदेश में कुल 62,744 ‘कोविड हेल्प डेस्क’ की स्थापना की जा चुकी है। इनके जरिए 6.75 लाख लक्षणात्मक लोगों की पहचान की गई। इनमें ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर उपलब्ध हैं। इन सभी इकाइयों में सैनिटाइजर की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।