आगरा में कोरोना का कहर जारी, कोविड आईसीयू मे जगह नहीं
आगरा: दीपावली के बाद से एसएन मेडिकल कॉलेज में ऐसे संक्रमित मरीज ज्यादा पहुंच रहे हैं जिनकी हालत गंभीर है। ऐसे 15 मरीज तो बीते दो दिन में भर्ती हुए हैं। इससे कोविड का 40 बेड का एक आईसीयू फुल हो गया है। इनमें अधिकांश की उम्र 55-60 वर्ष से अधिक है। इनको किडनी, हाइपरटेंशन, मधुमेह की परेशानी भी है।
एमसीएच इमारत में बने आईसीयू में 40 बेड पर मरीज भर्ती हैं। अभी बाल रोग विभाग में बने 60 बेड का आईसीयू खाली है। आईसीयू प्रभारी डॉ. राजीव पुरी ने बताया कि गंभीर हालत में मरीज में ऑक्सीजन का स्तर कम होने पर वेंटिलेटर पर रखना पड़ रहा है। इधर, आइसोलेशन वार्ड में अभी 60 मरीजों का इलाज चल रहा है। इलाज करने वाले डॉ. अजीत चाहर ने बताया कि मरीज को जब सांस लेने में दिक्कत होने लगी, तब परिजन अस्पताल लाए। इन मरीजों में मधुमेह, उच्च रक्तचाप भी अनियंत्रित मिला। ऑक्सीजन स्तर कम होने पर आईसीयू में शिफ्ट कराया गया।
ये बरतें सावधानी
- मधुमेह स्तर और रक्तचाप की जांच कराते रहें।
- बुजुर्ग और अन्य बीमारी से पीड़ित मरीज दवाएं बंद न करें।
- टेलीमेडिसिन का लाभ लें, बेहद जरूरत पर ही अस्पताल जाएं।
- संक्रमित मरीज घरों में हैं तो चिकित्सकीय परामर्श रोजाना लें।
- हालत बिगड़ने पर कंट्रोल रूम को सूचित करें, अस्पताल लाने में देरी न करें
एसएन के पास अब 150 वेंटिलेटर, आईसीयू में 140 बेड किए जा रहे
एसएन मेडिकल कॉलेज में गंभीर मरीजों को अब वेंटिलेटर की कमी नहीं होगी। एसएन के पास अब 150 वेंटिलेटर हो गए हैं। इनमें से कोरोना के मरीजों के लिए आईसीयू में 140 बेड किए जा रहे हैं। 10 वेंटिलेटर रिजर्व में रखे जाएंगे। मार्च में कोविड वार्ड बनाए जाने के समय मात्र 20 वेंटिलेटर ही थे।
एमसीएच इमारत में बने कोविड अस्पताल में बने आईसीयू में 90 वेंटिलेटर की सुविधा की जा रही है। अभी यहां 40 वेंटिलेटर लगे हुए हैं। इसमें 50 बेड और बढ़ाकर वेंटिलेटर स्थापित किए जा रहे हैं। कोरोना के मरीजों के लिए ही बाल रोग विभाग मेें बने 100 बेड के अन्य आइसोलेशन वार्ड में 50 वेंटिलेटर का आईसीयू लगभग तैयार हो गया है।
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इस तरह से एसएन में 210 बेड के आइसोलेशलन वार्ड और 140 बेड के आईसीयू की व्यवस्था हो जाएगी। प्राचार्य डॉ. संजय काला ने बताया कि 140 वेंटिलेटर को स्थापित करने का कार्य चल रहा है। किसी वेंटिलेटर के खराब होने की स्थिति में बदलने के लिए 10 वेंटिलेटर रिजर्व में रहेंगे। पीएम केयर फंड से एसएन को ये वेंटिलेटर किस्तों में मिले हैं।
आसपास के जिलों के भी आ रहे हैं मरीज
एसएन मेडिकल कॉलेज में कोरोना के मरीजों के लिए पर्याप्त इलाज की सुविधा को देखते हुए मथुरा, मैनपुरी, इटावा, अलीगढ़, फिरोजाबाद, हाथरस, सादाबाद, मेरठ समेत आसपास के जिलों के भी मरीज भर्ती हो रहे हैं। यह देखते हुए शासन ने एसएन में संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए वेंटिलेटर के अलावा 15 एचएफएनसी मशीनें और इतनी ही बाइपैप मशीनों की व्यवस्था कर दी है। संक्रमण का प्रभाव कम होने पर विभागों में लगाए जाएंगे वेंटिलेटर
इंडियन मेडिकल काउंसिल ऑफ रिसर्च ने सर्दी में संक्रमण बढ़ने की आशंका जताई है, इसके बाद इसका प्रभाव कम होने लगेगा। कई वैक्सीन का ट्रायल भी चल रहा है, ऐसे में संक्रमण का प्रभाव कम होने पर इन वेंटिलेटर को बाल रोग, सर्जरी विभाग, मेडिसिन, एनेस्थीसिया और इमरजेंसी में बने आईसीयू में लगाया जाएगा।
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