कोरोना संक्रमण को लेकर लखनऊ और कानपुर में लगी होड़
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं कोरोना। प्रदेश के चार-पांच जनपदों में संक्रमण की संख्या में लगातार बढ़ोतरी चिंता का कारण बन रही है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और औद्योगिक नगरी कानपुर में लगातार संक्रमण को लेकर एक होड़ लगी हुयी है। स्थिति की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सरकार के कई मंत्रीगण भी कोरोना संक्रमण के शिकार हो रहे हैं। कानपूर की रहने वाली प्राविधिक शिक्षा मंत्री रही कमल रानी वरुण तो कोरोना संक्रमण के कारण काल के गाल में समा चुकी हैं।
संक्रमण के माले में राजधानी लखनऊ फिलहाल टॉप पर, मरीजों का बढ़ना जारी
नए संक्रमण के मामलों में फिलहाल राजधानी लखनऊ शीर्ष पर है। परन्तु कानपुर भी लगातार होड़ लगाए हुए है। लॉकडाउन के दौरान कोरोना संक्रमित मरीजों की जो संख्या इकाई अथवा दहाई मे होती थी वह अब लगातार तीन अंकों से नीचे नहीं आ रही है। राजधानी लखनऊ में अब तक एक दिन में सबसे ज्यादा 631 कोरोना मरीज पाए गए है। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की सभी कोशिशें संक्रमण की बढ़ती संख्या को रोकने में असफल साबित हो रही हैं।
कानपुर में भी स्थति लगातार चुनौती पूर्ण, बिना रणनीति के हो रहा संक्रमण प्रबंधन
उधर कानपुर जनपद में भी कोरोना संक्रमितों के लगातार बढ़ने का सिलसिला जारी है। कहा जा रहा है कि यहां प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग बिना किसी रणनीति के काम कर रहा है। मरीजों के इलाज और अन्य इंतजाम भी बेहतर नहीं है। इसका प्रमाण उस दौरान मिला जब पिछले हफ्ते राज्य के मुख्य सचिव राजेंद्र तिवारी यहां समीक्षा बैठक करने पहुंचे थे। चीफ सेक्रेटरी की बैठक में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कोरोना मरीजों की सही स्थिति तक बताने में कामयाब नहीं हो सके। जिसके बाद मुख्य सचिव ने पूरी व्यवस्था में बड़े सुधार के निर्देश दिए, परन्तु स्थिति अभी भी वैसी की वैसी ही है।