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8 शहरों की 14 लैबों में कोरोना टेस्ट, बढ़ी भारतीय प्लेयर्स की दिक्कत

स्पोर्ट्स डेस्क : 23 जुलाई से 8 अगस्त तक होने वाले ओलंपिक में दुनिया भर के प्लेयर हिस्सा लेंगे और अपने देश का नाम रोशन करेंगे हालांकि ओलंपिक 2020 में आयोजित होना था लेकिन कोरोना के चलते ये खेल 1 वर्ष के लिए बढ़ाया गया वही ओलंपिक शुरू होने में कुछ दिन ही बचे है.

जापान ने हर देश के प्लेयर्स को हिस्सा लेने के लिए वहां पर अपनी मुताबिक की लैब में परीक्षण कराने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं ओलंपिक आयोजन समिति ने भारतीय प्लेयर्स को मुश्किल में डाला है ओलंपिक में हिस्सा लेने के लिए भारतीय प्लेयर्स को 96 घंटे और 72 घंटे के अंदर की 2 आरटीसीपीआर की नेगेटिव रिपोर्ट लेकर पहुंचना है.

समस्या ये है कि यह टेस्ट कहां कराना है और किस लैब में कराना है इसका फैसला टोक्यो ओलंपिक आयोजन समिति ने खुद लिया है और भारतीय ओलंपिक संघ को उसने 8 शहरों की 14 लैबों का जिक्र किया है कि इन लैबों से ही प्लेयर्स की रिपोर्ट आनी चाहिए यदि इन शहरों से रिपोर्ट नहीं आती है तो वो प्लेयर्स को ओलंपिक में हिस्सा नहीं लेने देगा.

भारतीय प्लेयर उपरोक्त 8 शहरों में से सात शहरों में ओलंपिक की तैयारी नहीं कर रहे हैं. परिणाम स्वरूप उनको हजारों किलोमीटर दूर चल कर अपनी कोरोना की जांच करानी पड़ेगी जिससे प्लेयर्स के संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाएगा इसलिए प्लेयर्स और खेल संघों ने आईओए से कहां है कि वो इस पर विचार करें.

आईओए के अनुसार, भारतीय प्लेयर इस टाइम पटियाला पुणे लखनऊ त्रिवेंद्रम भोपाल और गुवाहाटी में अपनी तैयारियां कर रहे हैं प्लेयर्स और खेल संघों के बोलने पर आईओए ने टोक्यो आयोजन समिति से बोला है कि जिन शहरों में भारतीय प्लेयर अपनी तैयारियां कर रहे हैं. वहाँ पर वो अपनी कोरोना की जाँच कराएं पूरे उत्तर भारत में दिल्ली में केवल दो लैब है सबसे अधिक दिक्कत पटियाला में जो भारतीय प्लेयर तैयारियां कर रहे हैं.

उनको कुछ दिक्कत का सामना करना पड़ेगा क्योंकि पटियाला में एथलेटिक्स बॉक्सिंग और वेटलिफ्टिंग के प्लेयर अपनी मेहनत से भारत को पदक दिलाने के लिए कोशिश कर रहे हैं और उनको दिल्ली जाकर अपना टेस्ट कराना होगा जिससे भारतीय प्लेयर संक्रमित हो सकते हैं.

आईओए ने टोक्यो ओलंपिक समिति से बोला है कि भारतीय प्लेयर बायो बबल में रहकर अपनी तैयारियां कर रहे हैं और बायो बबल में ही उनको टोक्यो भेजे जाने का प्रावधान हुआ है अगर ये बायो बबल टूटता है तो प्लेयर संक्रमित हो सकते हैं और मुश्किल में पड़ सकते हैं.

हालांकि पूर्व में आईओए ने ये खेल और खेल संघों से बोल दिया था कि जो लिस्ट आयुष अमित ने उपलब्ध कराई है वहां पर ही प्लेयर्स को टेस्ट कराना पड़ेगा लेकिन बाद में प्लेयर्स और खेल संघों के दबाव में आकर आईओए ने आयोजन समिति के समक्ष ये मुद्दा उठाया.

टोक्यो आयोजन समिति ने भारत में कोरोना जाँच कराने के लिए दिल्ली में एक पटना में एक चेन्नई में दो कोलकाता में दो भुनेश्वर में एक बंगलुरु में एक अहमदाबाद में एक और मुंबई में 5 लैबों को मंजूरी दी है.

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