नई दिल्लीः राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के 381 नए मामले आए हैं, जो 15 मार्च के बाद से संक्रमण के सबसे कम मामले हैं। साथ ही संक्रमण दर गिरकर 0.5 प्रतिशत रह गयी है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में शनिवार को यह जानकारी दी गयी। इस बीमारी से एक दिन में 34 और लोगों ने जान गंवा दी है, जो करीब दो महीनों में मृतकों की सबसे कम संख्या है। इसके साथ ही दिल्ली में मृतकों की संख्या बढ़कर 24,591 हो गयी है।
दिल्ली में शनिवार को 60 लोगों की मौत हुई थी और संक्रमण के 414 नए मामले आए थे, जबकि संक्रमण दर 0.53 प्रतिशत रही। इससे एक दिन पहले दिल्ली में कोविड-19 से 50 लोगों की मौत हुई और 523 नए मामले आए जबकि संक्रमण दर 0.68 प्रतिशत रही। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कहा था कि दिल्ली में कोरोना वायरस की स्थिति काफी हद तक नियंत्रण में है। उन्होंने कहा, ”अर्थव्यवस्था को वापस पटरी पर लाना अहम है क्योंकि कोरोना वायरस की स्थिति में सुधार हो रहा है।” केजरीवाल ने शुक्रवार को कोरोना वायरस की संभावित तीसरी लहर से निपटने की तैयारियों पर चर्चा के लिए दो अहम बैठकें की थीं। उन्होंने विशेषज्ञ समिति के साथ बैठक की और फिर बाद में तैयारी समिति के साथ बैठक की।
दिल्ली कुछ दिनों पहले तक कोरोना वायरस की दूसरी लहर से जूझ रही थी और इस लहर में विभिन्न अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी के कारण बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई। शहर में 19 अप्रैल के बाद से संक्रमण के दैनिक मामले और मौत की संख्या लगातार बढ़ रही थी। 20 अप्रैल को दिल्ली में महामारी के 28,395 मामले आए थे जो कोरोना वायरस के फैलने के बाद से संक्रमण के सबसे अधिक मामले थे।
22 अप्रैल को संक्रमण दर 36.2 प्रतिशत दर्ज की गई थी। सबसे अधिक 448 लोगों की मौत तीन मई को हुई। संक्रमण के मामलों में बाद में गिरावट देखी गयी। राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को कोविड-19 के 623 मामले आए और 62 लोगों ने जान गंवाई, बुधवार को 576 मामले आए और 103 लोगों की मौत हुई तथा बृहस्पतिवार को 487 मामले आए और 45 लोगों की मौत हुई।
रविवार को स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, एक दिन पहले कोविड-19 के लिए 76,857 नमूनों की जांच हुई। दिल्ली में अब तक कोरोना वायरस के 14,29,244 मामले आ चुके हैं जबकि 13.9 लाख से अधिक मरीज इस संक्रमण से उबर चुके हैं। बुलेटिन में कहा गया है कि शहर में अब भी 5889 मरीज कोविड-19 के लिए उपचाराधीन हैं। शनिवार को घर पर पृथक वास में रह रहे लोगों की संख्या कम होकर 2,327 रह गई।