मुंबई में बन रही कोरोना की गंभीर स्थिति
मुंबई। महाराष्ट्र में लगातार कोविड-19 संक्रमित मरीजों की लगातार बढ़ती जा रही है। महाराष्ट्र में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 1346 तक पहुंच गई है। सबसे गंभीर स्थिति मुंबई में देखी जा रही है। मुंबई में सर्वाधिक 746 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं।
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने चिंता जताते हुए कहा है कि यदि लॉकडाउन पर कड़ाई से पालन नहीं किया गया तो परिस्थितियां और भी गंभीर हो सकती हैं। लिहाजा महानगर के संवेदनशील इलाकों को पूरी तरह से लॉकडाउन किया जाएगा। कर्फ्यू के नियम बेहद कड़क किए जाएंगे, किसी को घूमने-फिरने की अनुमति नहीं होगी।
स्वास्थ्य मंत्री टोपे के मुताबिक मुंबई के धारावी जैसी घनी बस्तियों में कोरोना का प्रकोप न फैले इसके लिए कड़ाई से लाॉकडाउन का पालन करना ही होगा। महिला व बाल कल्याण मंत्री और मुंबई के पालक मंत्री असलम शेख को विशेष जिम्मेदारियां दी गई हैं। रैपिड टेस्ट के माध्यम से घनी बस्तियों में कोरोना टेस्ट करने का निर्णय लिया गया है। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मंत्रिमंडल की बैठक में कोरोना से निपटने के लिए विस्तृत चर्चा की गई है और अहम निर्णय भी लिए गए हैंँ। अब लॉकडाउन का कड़ाई से पालन किया जाएगा। एसआरपीएफ की मदद ली जाएगी और सीसीटावी कैमरे के माध्यम से पैनी नजर रखी जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने टोपे के मुताबिक मुंबई में बड़े पैमाने पर लोग सार्वजनिक शौचालय का इस्तेमाल करते हैं। दमकल विभाग के सहयोग से मनपा प्रशासन सार्वजनिक शौचालयों को समय-समय पर सेनेटाइज्ड कराए। सामाजिक संस्सथाओं की ओर से रेडी फूड जरूरतमंदों को दिए जा रहे हैं। सरकार के क्म्युनिटी किचन के माध्यम से भोजन होम डिलिवरी करने पर विचार किया गया है। घनी बस्तियों में छोटे-छोटे घरों में 10 से 15 लोग रहते हैं। उनके लिए स्कूलों में यदि रहने का प्रबंध कर दिया जाए तो सोशल डिस्टेंसिंग पर बेहतर अमल हो सकेगा।