पंजाबराज्य

भ्रष्टाचारः साल 2019 के कत्ल केस में 20 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए डीएसपी गिरफ्तार

फिरोजपुर। विजीलेंस ब्यूरो ने बुधवार को साल 2019 में सेवक संत दयाल दास के कत्ल केस में क्लीनचिट हासिल कर चुके व्यक्ति को फिर नामज़द करने के बदले 20 लाख रुपए की रिश्वत लेते डीएसपी सुशील कुमार को गिरफ़्तार किया है।

जिक्र योग्य है कि 7 नवंबर, 2019 को कोटकपूरा के गाँव कोटसुखिया स्थित डेरा बाबा हरका दास में दो अज्ञात व्यक्तियों की तरफ से संत दयाल दास की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद संत बाबा हरिदास जी के चेले संत गगन दास की शिकायत पर दो अज्ञात व्यक्तियों और संत जनरल दास कपूरे वालियां के खि़लाफ़ थाना सदर कोटकपूरा में कत्ल केस दर्ज किया गया था। इस उपरांत डीएसपी मोगा रविन्द्र सिंह की तरफ से केस में नामज़द संत जनरल दास को क्लीनचिट दे दी गई थी।

ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देशों पर आईजीपी फरीदकोट रेंज प्रदीप कुमार यादव ने एसपी (डी) फरीदकोट गगनेश कुमार के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया। इस एसआईटी में डीएसपी फरीदकोट सुशील कुमार समेत डीएसपी बाघा पुराना जसजोत सिंह और एसआई खेम चंद टीम सदस्यों के तौर पर शामिल थे।

प्रवक्ता ने बताया कि 8 नवंबर, 2022 को एसपी गगनेश कुमार और डीएसपी सुशील कुमार ने संत जनरल दास कपूरे वालियां को फिर नामज़द करने, गिरफ़्तार करने और इस मामले में संत गगन दास की मदद करने के लिए उस (गगन दास) से 50 लाख रुपए रिश्वत की माँग की। यह सौदा 35 लाख रुपए में तय हुआ। उक्त अधिकारी पहले ही दो किश्तों में 20 लाख रुपए ले चुके थे। जिनमें 9 नवंबर, 2022 और 22 नवंबर, 2022 को क्रमवार 15 लाख और 5 लाख रुपए रिश्वत के तौर पर लिए गए।

प्रवक्ता ने बताया कि जांच के बाद विजीलेंस ब्यूरो फ़िरोज़पुर रेंज की पुलिस टीमों ने डीएसपी सुशील कुमार, जो इस समय 3 आईआरबी लुधियाना में तैनात है, को गिरफ़्तार किया। दोषी डीएसपी को गुरूवार को अदालत में पेश किया जाएगा।

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