देहरादून। कालाधन और आतंकवाद ख़त्म करने के दावे के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवम्बर को नोटबंदी की घोषणा की थी। पीएम मोदी के नोटबंदी वाले फैसले से लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन भ्रष्टाचार ख़त्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। 500 और 1000 रुपये के नोटबंद करने के बाद 2000 रुपये के नये नोट आरबीआई ने जारी किये। मगर बाजार में धड़ल्ले से 2000 और 500 रूपये के नकली नोट चल रहे हैं। देश भर में आये दिन लाखों-करोड़ों की मात्रा में ये नकली नोट पकड़े जा रहे हैं। शुक्रवार को भी 500 और 2000 के एक करोड़ रुपये से ज्यादा के नकली नोट पकड़े गए। साथ ही लाखों की मात्र में 2000 रुपये के नए नोट भी पकड़े गए हैं। बैंकों की मिली भगत से मनीलांड्रिंग की जा रही है।
नोटबंदी का आज 45वां दिन
नोटबंदी का आज 45वां दिन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 50 दिन का समय मांगा था। जिसके बाद अब मोदी जी के पास सिर्फ 5 दिन और बचे हैं। बैंक और एटीएम की लाइन देखकर ऐसा नहीं लग रहा है कि अभी मामला सही होगा। जब से नोटबंदी लागू हुई है तब से अब तक 60 बार आरबीआई नोटिफिकेशन जारी कर चुका है। बार-बार नियम बदले जा रहे हैं। वहीं पीएम मोदी ने कहा था कि इससे नोट बंद करने से भ्रष्टाचार और आतंकवाद कम हो जाएगा, लेकिन बाज़ार में धड़ल्ले से नकली नोट आ रहे हैं।
बाज़ार में आ रहे हैं नकली नोट
विपक्षी पार्टियों का कहना है कि नोटबंदी को लेकर पीएम मोदी के बड़े-बड़े दावे गलत साबित हो रहे हैं। मोदी जी ने कहा था कि पुराने नोट बंद करने से काला धन ख़त्म हो जाएगा। लेकिन कहीं काला धन नज़र नहीं आया साथ ही बाज़ार में नकली नोट धड़ल्ले से आ रहे हैं।
कुछ पार्टियों का कहना है कि पुराने नोट बंद करने वाले फैसले से सबसे ज्यादा परेशानी गरीबों को हो रही है। वहीं मोदी जी के इस फैसले से सिर्फ अमीरों और बीजेपी नेताओं को फायदा पहुंचाने के लिए उठाया गया है।
बता दें कि नोट बंद होने से लाखों मजदूर भुखमरी के कगार पर आ गए हैं। वहीं बैंक और एटीएम की लाइन में खड़े होने से 100 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।