रायपुर : देश के स्वतंत्रता संग्राम के संघर्षों पर बहुत से प्रसंग सुप्रसिद्ध है और इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए नवारंभ मीडिया एंड एंटरटेंनमेंट नहर सत्याग्रह पर कण्डेल सत्याग्रह के नाम से देश की पहली छत्तीसगढ़ी फिल्म बनाने जा रहे है। अप्रैल 2023 के प्रथम सप्ताह में इसकी शूटिंग प्रारंभ होगी और प्रथम चरण में 20 मिनट का डाक्यूमेंट्री फिल्म निर्मित किया जाएगा, इसके बाद फिल्म में तब्दील किया जाएगा।
नवारंभ मीडिया एंड एंटरटेंनमेंट के डायरेक्टर योगेश कुमार व रविकांत शास्त्री ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि धमतरी जिले में एक गांव है कण्डेल जहां पर देश का प्रथम जल – नहर सत्याग्रह हुआ था। उन्होंने बताया कि 1920 में रायपुर से लगभग 70 किलोमीटर दूर धमतरी के समीप बसे कण्डेल गांव में अंग्रेजी शासन द्वारा लगाए गए सिंचाई कर के फरमान के खिलाफ छोटेलाल श्रीवास्तव के नेतृत्व में जल – नहर सत्याग्रह किया गया था। साहित्यकार आशीष ठाकुर, कण्डेल गांव के गुरुजी कमलवंशी व छोटेलाल श्रीवास्तव के परिजनों से पता चला कि यह देश में पहली बार नहर सत्याग्रह हुआ था और इसी के साथ राष्ट्रपति महात्मा गांधी का प्रथम बार छत्तीसगढ़ आगमन हुआ था। पंडित सुंदरलाल शर्मा, पं. नारायण राव मेघावाले व छोटेलाल श्रीवास्तव के प्रयास से कण्डेल में स्वतंत्रता की अलग जगी थी, जिसे प्रोत्साहन देने महात्मा गांधी कोलकाता से रायपुर आए फिर धमतरी होते हुए कण्डेल गांव पहुंचे थे और लोगों को संबोधित करने के बाद नागपुर के लिए रवाना हो गए।
उन्होंने बताया कि इस आंदोलन से जुड़ी घटनाओं को संकलित कर इस पर फिल्म बनाने की सोची और इसके साक्ष्य जुटाने में टीम लग गई। कुछ साक्ष्य मिले भी है और कुछ की तलाश जारी है। साक्ष्य मिलने के बाद अप्रैल 2023 के प्रथम सप्ताह में शुटिंग शुरू हो जाएगी।