लखनऊ: खिलाड़ी संघर्ष मोर्चे की एक बैठक मे शहर लगभग 50 क्रिकेट क्लबो द्वारा शिकायत की गई है कि क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ़ लखनऊ (सीएएल) द्वारा बराबर तानाशाही की जा रही है . मोर्चे के सचिव अरशी रज़ा ने कहा इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करेंगे. संघ द्वारा बिना वार्षिक बैठक के फैसले लेना शर्म की बात है.
ज़्यादा शर्मनाक ये है कि संघ द्वारा आयोजित की गई ज़िला लीग व प्रतियोगिताओ का पुरुस्कार वितरण न करके नई लीग की तिथि घोषित करना बड़ी तानाशाही है और इसका विरोध किया जायेगा. उन्होंने कहा कि संघ द्वारा लखनऊ मे आयोजित होने वाली सभी लीग व अन्य प्रतियोगिताओ मे न तो भाग लेंगे और न ही आयोजित होने देंगे. इसका जमकर विरोध होगा जिसमे मोर्चे के साथ शहर के लगभग 50 क्लब भी विरोध मे शामिल होंगे.