चंडीगढ़: पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Election ) के लिये मैदान में उतरे 1276 उम्मीदवारों में से 25 प्रतिशत ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज (Criminal case) होने की घोषणा की है। ‘पंजाब इलेक्शन वॉच’ द्वारा तैयार की गई एक रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गयी है ।
एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) से संबद्ध पंजाब इलेक्शन वाच (पीईडब्ल्यू) ने 20 फरवरी को होने वाले चुनाव में कुल 1,304 उम्मीदवारों में से 1,276 उम्मीदवारों के चुनावी हलफनामों का विश्लेषण किया। पीईडब्ल्यू ने कहा कि वह 28 उम्मीदवारों के हलफनामों का विश्लेषण इसलिये नहीं हो सका क्योंकि उनका स्कैन ठीक तरीके से नहीं किया गया था अथवा चुनाव आयोग की वेबसाइट पर पूरा विवरण अपलोड नहीं किया गया था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि जहां तक उम्मीदवारों की शैक्षणिक योग्यता का सवाल है, उनमें से आधे से ज्यादा ने 12वीं तक पढ़ाई की है। पीईडब्ल्यू के प्रदेश संयोजक जसकीरत सिंह ने इस रिपोर्ट को जारी किया। रिपोर्ट के अनुसार विधानसभा चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों के पास औसतन 4.31 करोड़ रुपये की संपत्ति है और 2017 में यह आंकड़ा 3.49 करोड़ था ।
मोहाली से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार कुलवंत सिंह ने सबसे अधिक 238 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है । इसके बाद शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल और कांग्रेस नेता करन कौर बराड़ का नंबर आता है जिनके पास क्रमश: 202 और 155 करोड़ रुपये की संपत्ति है । बराड़ मुक्तसर से चुनाव मैदान में हैं । रिपोर्ट में कहा गया है कि 1276 उम्मीदवारों में से 315 ने अपने खिलाफ आपराधिक मामलों की घोषणा की है जो 25 फीसदी है ।