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ताइवानी तरबूज व खरबूजा उगाने वाले किसानों पर संकट

सूरतगंज, बाराबंकी (दीपक सिंह सरल): अपनी माली हालत सुधारने के लिए दिन रात एक कर कड़ी मशक्कत करके किसान तरह-तरह की फसल उगाते रहते हैं।इस बार बाराबंकी जनपद के विकासखंड देवा,फतेहपुर,सूरतगंज, रामनगर,सिरौलीगौसपुर क्षेत्र के किसानों ने ताइवानी तरबूज व खरबूजे की खेती कर मुनाफा कमा अपनी माली हालत सुधारना चाहते थे परंतु मुनाफा कमाना तो दूर किसानों की लागत वापस आना मुश्किल दिखाई दे रहा है कोरोना वायरस संक्रमण के कारण पहले तो किसानों को बीज समय पर नहीं मिला जैविक दवाइयां फसल को बीमारी से बचाने के लिए राजधानी लखनऊ में मिलती है लॉक डाउन के कारण किसान लखनऊ नही पहुँच सकते जिसके कारण फसलों को कीट-पतंगों से बचाना टेढ़ी खीर साबित हो रहा था,फसल की पैदावार पहले ही कम हो गई।

तमाम जद्दो-जहद के बाद जैसे-तैसे फसल तैयार तो हो गई परन्तु अब लॉक डाउन होने के कारण फसल का बेच पाना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है विकासखंड रामनगर की ग्राम पंचायत सरदारगंज मजरे गोपालपुर के किसान अनिल कुमार रावत ने बताया बीस बीघे ताई बानी तरबूज व खरबूजा की फसल उगाई है जिसमे लगभग तीन लाख पचास हजार रुपये लागत आई है,फसल तैयार करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है परंतु ऐसा प्रतीत होता है इस बार लागत निकल पाना मुश्किल है कोरोना वायरस के चलते गाड़ियों का पास लेना फिर तरबूज व खरबूजा को मंडी तक पहुंचाने के बाद मुनासिब रेट मिल पाना मुश्किल नजर आता है फसल की एक मंडी ना निर्धारित होना भी एक बड़ी समस्या है।

किसान राहुल,पाटनदीन,उमेश कुमार,राजू वर्मा,सुरेश वर्मा,राजेन्द्र वर्मा,जगतराम बताते हैं हम सभी पहले से ही कर्ज में डूबे हैं यदि हम सभी को सही रेट नहीं मिला तो हम सभी पर कर्ज और बढ़ेगा जो कि हम किसानों के लिए बड़े ही चिंता का विषय बना है।हम किसानों की ओर सरकार का ध्यान जाता तो शायद कुछ समस्याएं हम सभी की कम हो जाती और कर्ज में डूबने से हम लोग बच जाते जिससे हमारे बच्चों के लालन-पालन में सहयोग मिलता।

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