शिक्षित बेरोजगारों की उमड़ी भीड़,प्रदेश सरकार का झूठ बेनकाब : श्रीचंद सुन्दरानी
रायपुर: भाजपा रायपुर शहर जिलाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक श्रीचंद सुन्दरानी ने कहा है कि कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जाने वाली अस्थायी नियुक्ति के लिए आवेदन जमा करने राजधानी में शिक्षित बेरोजगारों की उमड़ी भीड़ ने प्रदेश सरकार के 05 लाख नौकरियाँ और 15 लाख रोजगार देने के झूठ को सरेआम बेनकाब कर दिया है।
सुन्दरानी ने आज अपने बयान में कहा कि बेरोजगारी से शिक्षित युवा इतने अधिक संत्रस्त हैं कि मंगलवार को राजधानी में 202 पदों पर होने वाली इन अस्थायी नियुक्तियों के लिए लगभग 05 हजार से ज्यादा लोगों ने कोरोना गाइडलाइन तक की परवाह नहीं की और जान दाँव पर लगाकर आवेदन जमाकर यह नौकरी हासिल करने की जद्दोजहद में जूझते रहे।
भाजपा जिलाध्यक्ष श्री सुन्दरानी ने कहा कि सिर्फ 202 पदों के लिए 05 हजार से ज्यादा युवकों की उमड़ी भीड़ के बाद प्रदेश सरकार की विश्वसनीयता ही संकट में पड़ गई है। श्री सुन्दरानी ने कहा कि भूपेश सरकार प्रदेश के शिक्षित युवकों से झूठ बोल रही है। 15 लाख रोजगार देने और शिक्षित, युवाओं को 05 लाख नौकरियाँ देने का झूठ फैला रही है। प्रदेश सरकार के इस झूठ का पर्दाफाश मंगलवार को ही 202 पदों के लिए 05 हजार से ज्यादा युवकों की भीड़ ने कर दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को इस बात पर शर्म से गड़ जाना चाहिए कि प्रदेश के मजबूर युवा नौकरी, वह भी अस्थायी नौकरी, के लिए कोरोना संक्रमण के फैलाव के बावजूद अपनी जान को दाँव पर लगा दिया, ताकि उनके घरों में दो जून चूल्हा जल सके। प्रदेश सरकार इतना ज्यादा झूठ इसीलिए कह रही है क्योंकि प्रति बेरोजगार 90 हजार रुपये (कुल 09 हजार करोड़ रुपये ) तक जा पहुँचा बेरोजगारी भत्ता देने की अपनी जिम्मेदारी से मुँह चुरा सके।