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CRPF कमांडेंट चेतन चीता समेत इन 5 वीर सपूतों को कीर्ति चक्र

सेना और अर्द्धसैनिक बलों के 112 कर्मियों को इस साल के वीरता पुरस्कारों के लिए चुना गया है। 71वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इन पुरस्कारों की घोषणा को मंजूरी दी। सेना के दो जवानों और सीआरपीएफ के एक कमांडेंट को मरणोपरांत शांतिकाल के दूसरे सबसे बड़े वीरता पुरस्कार कीर्ति चक्र के लिए चुना गया है।
CRPF कमांडेंट चेतन चीता समेत इन 5 वीर सपूतों को कीर्ति चक्रअसाधारण वीरता और जीवटता के लिए सीआरपीएफ के कमांडेंट चेतन चीता को भी कीर्ति चक्र से नवाजा जाएगा। इस वर्ष 5 कीर्ति चक्र, 17 शौर्य चक्र और 85 सेना मेडल (वीरता), तीन नौसेना मेडल (वीरता) और दो वायुसेना मेडल (वीरता) का एलान किया है। शांति काल के सबसे बड़े वीरता पुरस्कार अशोक चक्र के लिए कोई एलान नहीं हुआ है।
गोरखा राइफल के हवलदार गिरीश गुरंग और नगा रेजीमेंट के मेजर डेविड मेनलुन और सीआरपीएफ के कमांडेंट प्रमोद कुमार को मरणोपरांत कीर्ति चक्र देने की घोषणा हुई है। गढ़वाल राइफल के मेजर प्रीतम सिंह कुंवर को भी कीर्ति चक्र से नवाजा जाएगा। हवलदार गुरंग ने कुपवाड़ा में आतंकवाद रोधी ऑपरेशन के दौरान शहादत दी थी। वहीं मेजर मेनलुन नगालैंड में छह जून को उग्रवादियों से हुई मुठभेड़ में शहीद हुए थे। 
मेजर कुंवर को 25 मई को जम्मू-कश्मीर में हुई मुठभेड़ में तीन आतंकियों को मार गिराने के लिए कीर्ति चक्र देने की घोषणा हुई है। सीआरपीएफ के कमांडेंट चेतन चीता जम्मू-कश्मीर में आतंकी मुठभेड़ में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। सिर में गोली लगने से वह कोमा में चले गए थे। लेकिन असाधारण वीरता के बाद असाधारण जीवटता दिखाते हुए वह मौत को मात देने में सफल रहे। तटरक्षक बल कर्मियों के लिए चार राष्ट्रपति तटरक्षक वीरता पुरस्कार और दो तटरक्षक सेवा मेडल का भी एलान हुआ है। 
 
 

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