CWG 2018: बबिता फोगाट ने लगाया ‘सिल्वर’ दांव, कुश्ती में भारत को पहला पदक
भारत की महिला पहलवान बबिता फोगाट ने गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए सिल्वर मेडल जीता है. रेसलिंग में बबिता को महिलाओं की 53 केजी कैटेगरी के फाइनल में कनाडा की डायना विकर से हार का सामना करना पड़ा. फाइनल में मिली हार के बाद बबिता की गोल्ड जीतने की तमन्ना अधूरी रह गई और उन्हें सिल्वर से संतोष करना पड़ा. कनाडाई महिला पहलवान डायना विकर ने फाइनल दंगल में बबीता को 2 के मुकाबले 5 प्वाइंट से हराया.
बबीता का जीता सिल्वर मेडल गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स के रेसलिंग इवेंट में भारत की झोली में गिरा पहला पदक है. इस पदक के साथ भारत के कुल पदकों की संख्या 26 हो गई है, जिसमें 6 सिल्वर जीत दर्ज है.
हरियाणा के भिवानी के बलाली गांव से आने वाली बबीता की कहानी फ़िल्म दंगल के ज़रिए काफ़ी मशहूर हुई है. करीब 17-18 साल पहले 2000-2001 में बबीता ने खेलना शुरू किया. छठी-सातवीं तो बबीता ने पढ़ाई की लेकिन फिर पूरा दम खम दंगलों में डाल दिया. आज फोगाट सिस्टर्स के नाम से मशहूर गीता और बबीता भारत की महिला कुश्ती में हिंदुस्तान का सबसे बड़ा नाम हैं.
ग्लास्गो में सोना, गोल्ड कोस्ट में चांदी
बबीता ने 2010 दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल जीता था. लेकिन उनका सबसे दमदार प्रदर्शन 2014 ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स में देखने को मिला, जहां उन्होंने इंजरी से जूझते हुए भारत की झोली में गोल्ड मेडल डाला था. बेशक ग्लास्गो की अपनी कामयाबी को गीता गोल्ड कोस्ट में नहीं दोहरा सकीं लेकिन उनके दांव से यहां मिली सिल्वर जीत भी बड़ी खास है