नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश और बिहार (Bihar) में जहां लू का कहर (heat wave) जारी है। दिल्ली-NCR (Delhi-NCR) के लोग भी उमस भरी गर्मी से बेहाल (suffer scorching heat) हैं। वहीं, मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट से राहत की उम्मीद जगी है। बिपोर्जॉय चक्रवात के अगले कुछ घंटों में तूफान में बदलने की पूरी संभावना है। इससे कई राज्यों में मूसलाधार बारिश होने वाली है। तेज हवाओं और बारिश के कारण तापमान में कमी दर्ज की जा सकती है। आईएमडी ने यह भविष्यवाणी की है।
मौसम विभाग ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि बहुत गंभीर चक्रवात ‘बिपोर्जॉय’ के अति गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है। इसके गुजरात तट से टकराने का अनुमान नहीं है। हिमाचल प्रदेश में सोमवार से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इस दौरान कुछ स्थानों पर अंधड़ चलने और ओलावृष्टि का ‘येलो अलर्ट’ भी जारी किया गया है। वहीं, उच्च पर्वतीय एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश-बर्फबारी हो सकती है। उधर तेलंगाना के 23 जिलों में अगले 24 घंटों के दौरान 30 से 40 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने तथा बिजली चमकने के साथ आंधी-तूफान आने का अनुमान है।
चक्रवात के गुजरात के पोरबंदर तट से 200-300 किलोमीटर की दूरी से गुजरने का अनुमान है, लेकिन अगले पांच दिनों के दौरान गुजरात में आंधी और तेज हवाएं चलने की संभावना है। अपने नवीनतम पूर्वानुमान में, आईएमडी ने कहा कि बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान ‘बिपोर्जॉय’ के अगले 12 घंटों के दौरान एक अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है। उन्होंने कहा कि अगले तीन दिन के दौरान उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ने से पहले इसके धीरे-धीरे उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर बढ़ने का अनुमान है।
अहमदाबाद (भारत मौसम विज्ञान विभाग) केंद्र की निदेशक मनोरमा मोहंती ने कहा,‘चक्रवाती तूफान वर्तमान में पोरबंदर से 600 किमी दूर है। जैसे-जैसे यह आगे बढ़ेगा, बंदरगाह संकेत चेतावनी इसके अनुसार बदल जाएगी। इस समय चक्रवात के पोरबंदर से 200-300 किमी और नलिया (कच्छ) से 200 किमी की दूरी से गुजरने का अनुमान है। जहां तक मौजूदा पूर्वानुमान का संबंध है, इसके गुजरात तट से टकराने की आशंका नहीं है।’ उन्होंने पत्रकारों से कहा कि मछुआरों को अगले पांच दिन के दौरान अरब सागर में न जाने की चेतावनी दी गई है। मछली पकड़ने की सभी गतिविधियों को स्थगित कर दिया गया है।
मोहंती ने कहा,‘चक्रवात उत्तर दिशा की ओर बढ़ रहा है। अगले 24 घंटों में इसकी गति बदलकर उत्तर पूर्व की ओर होने का अनुमान है। इसके बाद, चक्रवात की गति उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर होगी।’ उन्होंने कहा कि गुजरात में अगले पांच दिन में गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान है, खासकर सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र में हवा की गति तेज रहेगी। मोहंती ने कहा,‘अगले दो दिनों के दौरान, सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र में 30-40 किमी प्रति घंटे की हवा की गति देखी जा सकती है। इसके बाद, इस क्षेत्र में 30-50 किमी प्रति घंटे से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने का अनुमान है।’
अधिकारियों ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के दलों को पोरबंदर, गिर सोमनाथ और वलसाड जिलों में भेज दिया है। भारतीय तटरक्षक बल ने गुजरात, दमन और दीव के मछुआरा समुदाय और नाविकों को जरूरी सावधानी बरतने और सुरक्षा उपाय करने की सलाह दी है।
उत्तर प्रदेश में प्रचंड गर्मी के बीच बिजली की मांग बेतहाशा बढ़ रही है। गर्मी बढ़ने से महज चार दिनों में ही कुल मांग में 2000 मेगावाट का इजाफा हुआ है। ओवरलोड होने से ट्रांसफार्मर और जर्जर केबिल फुंकने लगे हैं। शहरों से लेकर गांवों तक स्थानीय फाल्ट से लोगों की दिनचर्या प्रभावित होने लगी है। राजधानी लखनऊ में ही पिछले 24 घंटे में बिजली कटने की 3000 से अधिक शिकायतें टोल फ्री नंबर और उपकेंद्रों पर दर्ज हुई हैं। इस बीच, राज्य का अधिकांश हिस्सा शनिवार को भी भीषण गर्मी की चपेट में रहा। बुन्देलखण्ड से लेकर मध्य उत्तर प्रदेश में पूरे दिन लू चली। शनिवार को भी गर्मी के मामले में प्रयागराज नम्बर एक पर रहा। वहां दिन का पारा 45 डिग्री सेल्सिय दर्ज किया गया। मौसम विभाग बता रहा है कि फिलहाल गर्मी से राहत नहीं दिखाई दे रही है। अब मॉनसून की फुहारें ही गर्मी से राहत दिलाएंगी।
झारखंड में मॉनसून आने से पूर्व मौसम में बदलाव शुरू हो गया है। संताल परगना में मॉनसून आने के पूर्व मौसम में शनिवार को बदलाव देखा गया। यहां के तापमान में भी पिछले 24 घंटों के दौरान गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग के अनुसार मॉनसून आने से पहले मौसम में परिवर्तन की प्रक्रिया शुरू है। राज्य में बंगाल की खाड़ी से आनेवाली हवाओं के कारण दोपहर बाद बादल छाने लगे, लेकिन अधिकांश हिस्सों में यह बदलाव दोपहर बाद दिखा। इससे पहले दिन में लोगों को असामान्य गर्मी का सामना करना पड़ा। रांची में भी शनिवार की शाम आसमान में काले बादल छाने से हल्की बूंदाबांदी हुई।