120 किमी/घंटा की रफ्तार से आ रहा चक्रवाती तूफान: IMD की भारी बारिश की चेतावनी, NDRF और ODRF टीमें तैनात
नई दिल्ली: अंडमान सागर में उठे चक्रवाती तूफान दाना के समुद्र तट से टकराने की तैयारी है। यह तूफान 23 अक्टूबर को बंगाल की खाड़ी में पहुंचेगा और 24 अक्टूबर की सुबह लैंडफॉल करेगा। इसके प्रभाव से ओडिशा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, तमिलनाडु, पुदुचेरी, आंध्र प्रदेश, केरल, और कर्नाटक में 100 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। मौसम विभाग (IMD) ने इन क्षेत्रों में 20 से 30 सेंटीमीटर बारिश होने की चेतावनी दी है।
तूफान का लैंडफॉल: तूफान ओडिशा के पुरी में समुद्र तट से टकराने की संभावना है, और सभी प्रभावित राज्यों में 23 अक्टूबर से बारिश शुरू हो जाएगी। प्रारंभ में हवाओं की रफ्तार 60 से 65 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है, लेकिन 26 अक्टूबर तक यह 100 किलोमीटर प्रति घंटा से अधिक हो जाएगी। IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने इस चक्रवाती तूफान से भारी नुकसान की संभावना जताई है। चक्रवाती तूफान का नाम “दाना” सऊदी अरब ने रखा है।
भारी बारिश की चेतावनी: IMD के अनुसार, 23 और 24 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। पूर्वी मेदिनीपुर, पश्चिमी मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना, झाड़ग्राम, कोलकाता, हावड़ा, हुगली, पुरुलिया, और बांकुरा जिलों में लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
ओडिशा में 24 अक्टूबर को आंधी-तूफान के साथ बिजली गिरने की भी आशंका है, जिसमें करीब 20 सेंटीमीटर बारिश हो सकती है। पुरी, खुर्दा, गजम, और जगतसिंहपुर में लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। आंध्र प्रदेश, केरल, और तमिलनाडु में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, क्योंकि तूफान इन क्षेत्रों से गुजर चुका होगा। इसके प्रभाव से पूरे देश में मौसम में बदलाव संभव है, जैसे पहाड़ों पर बर्फबारी और मैदानी क्षेत्रों में ठंड पड़ना।
सरकारी तैयारियां: चक्रवाती तूफान दाना के खतरे को देखते हुए ओडिशा और पश्चिम बंगाल सरकारों ने हाई अलर्ट जारी किया है। ओडिशा सरकार ने जिला कलेक्टरों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं, जबकि प्रदेश के राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने ओडिशा डिजास्टर रैपिड एक्शन फोर्स (ODRF), नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (NDRF), और फायर ब्रिगेड को तैयार रहने के लिए कहा है।
पश्चिम बंगाल में 14 और ओडिशा में 11 टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए तैनात की गई हैं। नेशनल क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक में सेना, एयरफोर्स, और नेवी को भी तैयार रहने का निर्देश दिया गया है। ओडिशा सरकार ने तूफान प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को निकालने का भी आदेश दिया है और टूरिस्टों तथा श्रद्धालुओं को पुरी छोड़ने के लिए कहा है। 24 और 25 अक्टूबर को पुरी जाने से बचने की सलाह दी गई है, और स्थानीय लोगों को घरों के अंदर रहने के लिए कहा गया है।