रूडकी : हरिद्वार दुग्ध संघ की ग्रामीण क्षेत्र में स्थित दुग्ध समितियों को सुदृढ़ करने के लिए प्रोत्साहन वितरण कार्यक्रम के अंतर्गत सिकंदरपुर मवाल , खेड़ा जट्ट ,हदी वाला, कुडकावाला, सढोली मे कार्यक्रम कर प्रोत्साहन को वितरित किया गया। इस अवसर पर समिति से जुड़े दुग्ध उत्पादकों को सढोली दुग्ध समिति में संबोधित करते हुए प्रभारी उपार्जन एवं तकनीकी सहदेव सिंह पुंडीर ने कहां की अधिक दूध उत्पादन करने के लिए उन्नत नस्ल का दुधारू पशु, संतुलित पशु आहार, पशु प्रबंधन, बीमारियों से बचाव एवं उपचार की आवश्यकता है । इसके लिए डेयरी विकास विभाग की योजनाएं चल रही है । डेरी विभाग पशुपालकों को तकनीकी जानकारी उपलब्ध करा कर दुग्ध व्यवसाय में स्वरोजगार उपलब्ध कराता है.
दुग्ध व्यवसाय ग्रामीण विकास का आधार है। जिससे किसान एवं मजदूर जुड़कर आर्थिक लाभ उठा सकते हैं । पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के आह्वान पर आनंद दुग्ध पद्धति पूरे देश में लागू की गई थी । दुग्ध सहकारिता द्वारा ग्रामीण दूध उत्पादकों को शहरी दुग्ध उपभोक्ता उसे जोड़ा गया है ।दूध सहकारिता में अमूल द्वारा विश्व में अपना स्थान बनाया है हमें भी उत्तराखंड के आंचल दूध ब्रांड द्वारा शुद्ध स्वच्छ दूध घर-घर तक पहुंचा कर दूध सहकारिता को सुदृढ़ करना है. अनुज सैनी द्वारा समिति से जुड़े दूध उत्पादकों को मिल्क कैन एवं बाल्टी देकर प्रोत्साहित किया इस अवसर पर चरण सिंह, शिवांगी, डॉक्टर पूनम, अनीता प्रबंधक महिला डेयरी, डॉ. मुकेश राजपूत, सोम सिंह, रविता सैनी रामेश्वर, सुखपाल मुख्य रूप से उपस्थित रहे.