थाने में दलित महिला के साथ मारपीट, साड़ी उतारने और शॉर्ट्स पहनने के लिए किया गया मजबूर
हैदराबादः तेलंगाना में हैदराबाद के निकट शादनगर पुलिस थाने में एक दलित महिला को कथित तौर पर प्रताड़ित करने के मामले में सोमवार को एक खुफिया निरीक्षक (डीआई) और पांच कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया। साइबराबाद पुलिस आयुक्त अविनाश मोहंती के हवाले से पुलिस ने एक बयान में यह जानकारी दी कि मामले में विभागीय कार्रवाई की जाएगी। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इससे पहले अमेरिका की यात्रा पर गए मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को घटना की गहन जांच करने का निर्देश दिया।
रेड्डी ने मामला संज्ञान में आने के बाद वरिष्ठ अधिकारियों से बात की और कहा कि घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा और पीड़ितों को न्याय मिलेगा। विपक्षी भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष के.टी. रामा राव ने कांग्रेस सरकार पर हमला करते हुए कहा कि दलित महिला को पुलिस द्वारा प्रताड़ित किया जाना शर्मनाक है। हाल ही में विधानसभा में मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी की कुछ टिप्पणियों का जिक्र करते हुए उन्होंने दावा किया कि “मुख्यमंत्री महिलाओं का अपमान कर रहे हैं, वहीं पुलिस भी आपत्तिजनक तरीके से व्यवहार कर रही है।”
रामा राव ने मांग की कि महिला को कथित रूप से प्रताड़ित करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जाए। इस बीच तेलंगाना राज्य अजा-अजजा आयोग के अध्यक्ष बक्की वेंकटैया ने भी महिला पर कथित अत्याचार की निंदा की। उन्होंने कहा कि जिस खुफिया निरीक्षक पर अत्याचार का आरोप है उसे स्थायी रूप से सेवा से हटा दिया जाना चाहिए और उसके खिलाफ अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 के तहत मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
दावा किया गया कि महिला को सोना चोरी के आरोप में पुलिस थाने बुलाया गया और फिर उसके नाबालिग बेटे की मौजूदगी में उसके साथ कथित तौर पर मारपीट की गई। पत्रकारों से बातचीत के दौरान महिला ने दावा किया कि उसके पति को पहले पीटा गया और फिर छोड़ दिया गया। महिला ने दावा किया कि फिर उसे अपनी साड़ी उतारने और शॉर्ट्स पहनने के लिए मजबूर किया गया तथा पुलिसकर्मियों ने उसके साथ मारपीट करने से पहले उसके हाथ-पैर बांध दिए।