उत्तर प्रदेशराज्य

पुलिस हिरासत में दलित युवक की मौत मामला, चार पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में जुआ खेलने के आरोप में पुलिस द्वारा हिरासत में लिये गए 24 वर्षीय एक दलित युवक की संदिग्ध हालात में मौत के संबंध में चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। सूत्रों ने बताया कि पुलिस ने 11 अक्टूबर को विकास नगर थाना क्षेत्र के अंबेडकर पार्क चौराहे पर छापा मारकर जुआ खेलने के आरोप में पकड़ा था। उन्होंने दावा किया कि युवक को जब हिरासत में लेकर थाने ले जाया जा रहा था तभी उसकी तबीयत खराब हो गयी और ‘दिल का दौरा’ पड़ने से उसकी मौत हो गयी। गौतम के परिजनों ने पुलिसकर्मियों पर पीट-पीटकर उसकी हत्या करने का आरोप लगाया। इस मामले में सिपाही शैलेंद्र सिंह और तीन अज्ञात समेत चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

जानिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट में क्या पाया
सूत्रों के मुताबिक, गौतम की पत्नी रोशनी ने प्राथमिकी में आरोप लगाया कि उसका पति आंबेडकर पार्क चौराहे पर टहलने गया था और जब वह अपने किसी दोस्त के साथ वहां बैठा था तभी मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने उसके पति की पिटाई की जिससे वह बेहोश हो गया, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया। अपर पुलिस उपायुक्त (ADCP) जितेंद्र कुमार दुबे ने बताया, “अमन गौतम (24) सहित दो व्यक्तियों को पकड़कर हिरासत में लिया गया था और थाने ले जाते समय गौतम की हालत बिगड़ गई। अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया। तीन चिकित्सकों की समिति द्वारा किए गए मृतक के पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार शरीर पर प्रत्यक्ष रूप से कोई चोट नहीं पाई गई और मौत का कारण दिल का दौरा पाया गया। मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।”

चंद्रशेखर ने की परिजनों से मुलाकात
आजाद समाज पार्टी के सांसद चंद्रशेखर और सपा सांसद आरके चौधरी ने मृतक परिवार से उनके घर जाकर मुलाकात की। चंद्रशेखर ने परिवार के लिए 50 लाख रुपये मुआवजे और उसकी मौत के दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। सपा सांसद आरके चौधरी और पार्टी प्रवक्ता अनुराग भदौरिया भी गौतम के घर पहुंचे और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई तथा परिजन के लिए मुआवजे की मांग की।

मायावती ने जताया दुख
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने दलित युवक की मौत पर दुख जताया और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज रहा पुरवा स्थित डा. भीमराव आंबेडकर पार्क में घूमने गए एक दलित युवक के साथ शनिवार शाम पुलिस की बर्बरता से हुई मौत की घटना अति-दुःखद। लोगों में रोष व्याप्त है। सरकार दोषी पुलिस वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे तथा पीड़ित परिवार की पूरी मदद भी करे।”

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