टॉप न्यूज़फीचर्डब्रेकिंगव्यापार

दुनिया के टॉप 100 अमीरों की सूची में शामिल हुए राधाकिशन दामानी

नई दिल्ली। दुनिया के 100 सबसे धनी कारोबारियों की सूची में एक और भारतीय कारोबारी राधाकिशन दमानी की एंट्री हो गई है। इस तरह से भारत के सात कारोबारी अभीतक दुनिया के टॉप 100 अमीरों की सूची में शामिल हो चुके हैं। आरडी के नाम से मशहूर राधाकिशन दमानी रिटेल चेन कंपनी डी-मार्ट के मालिक हैं। कंपनी के देशभर में 238 स्टोर हैं।

शेयर बाजार में महज 5000 रुपये की पूंजी लेकर कारोबार की शुरुआत करने वाले राधाकृष्ण दमानी आज 19.2 अरब डॉलर यानी करीब 1.42 लाख करोड़ रुपये के मालिक बन गए हैं। अपने इस भारी भरकम नेटवर्थ की बदौलत दमानी ने दुनिया के टॉप 100 अमीरों की सूची में 98 वां स्थान हासिल कर लिया है।

ब्लूमबर्ग बिलियनरीज की ताजा रैंकिंग के मुताबिक दुनिया भर के पहले टॉप 100 रईसों की सूची में भारतीयों में मुकेश अंबानी 12वें स्थान, गौतम अडाणी 24वें स्थान, अजीम प्रेमजी 36वें स्थान, पालोनजी मिस्त्री 45वें स्थान, शिव नाडार 52 वें स्थान, लक्ष्मी मित्तल 75 वें स्थान और राधाकिशन दमानी 98 वें स्थान पर हैं।

राधाकिशन दमानी ने अपने भाई गोपी किशन दमानी के साथ मिलकर शेयर बाजार में निवेशक के रूप में काम करना शुरू किया था। शेयर बाजार से दमानी ने काफी संपत्ति बनाई। लेकिन साल 2000 तक उन्होंने शेयर के कारोबार से किनारा कर लिया। 2002 में दमानी ने डी-मार्ट का पहला स्टोर खोला, जिसके अब देशभर में 238 स्टोर हैं। कंपनी का मार्केट कैप 2.37 लाख करोड़ रुपये का हो चुका है। डी-मार्ट का आईपीओ 2017 में लॉन्च हुआ था, जिसमें निवेशकों को 299 रुपये के भाव पर शेयर का एलॉटमेंट हुआ था। शेयर बाजार में लिस्टिंग में ही इस शेयर ने 604 रुपये के स्तर पर लिस्ट होकर अपने निवेशकों को 100 फीसदी से अधिक का मुनाफा दिया।


2017 में डी-मार्ट का मार्केट कैप 39 हजार करोड़ रुपये का था, लेकिन कारोबार बढ़ने और उसके साथ ही शेयर के मूल्य में हुई बढ़ोतरी के कारण इसका मार्केट कैप 4 साल में बढ़कर 2.37 लाख करोड़ रुपये का हो गया है। वहीं कंपनी का शेयर भी लगातार तेजी दिखाता रहा है। बुधवार को डी-मार्ट का शेयर 3,650 रुपये के स्तर पर बंद हुआ।

मध्यम आय वर्गीय परिवार में जन्म लेने वाले राधाकिशन दमानी आज अपनी मेहनत के बल पर सफलता की नई ऊंचाई पर पहुंचे हैं। दुनिया के टॉप 100 धनी व्यक्तियों की सूची में शामिल होने की बात ही उनकी सफलता का सबसे बड़ा प्रमाण है।

Related Articles

Back to top button