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डीयू में बीएड, एमएड और एमफिल, पीएचडी की प्रवेश परीक्षा की तिथि घोषित

नई दिल्ली (एजेंसी): दिल्ली विश्वविद्यालय और उससे संबद्ध कॉलेजों की शैक्षिक सत्र-2020-21 के लिए स्नातक, परास्नातक, बी.एड., एम.एड, एम.फिल. और पीएच.डी. समेत अन्य पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए परीक्षा की तिथि घोषित कर दी गई है। प्रवेश परीक्षाएं 6 से 11 सितंबर तक आयोजित की जाएंगी।

डीयू में 16 संकाय और 86 शैक्षणिक विभागों में एम.फिल., पीएच.डी. प्रोग्राम कराया जाता है। जिन छात्रों ने 31 जुलाई 2020 तक विज्ञान, वाणिज्य और मानविकी विषयों में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया है उनके फार्मों की स्क्रूटनी और वेरिफिकेशन के बाद ही प्रवेश परीक्षा की तिथि घोषित की गयी है। एंट्रेंस एग्जाम संबंधी अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए डीयू पोर्टल पर जाकर देख सकते हैं।

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने यूजीसी नेट परीक्षा, दिल्ली यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट, इग्नू ओपन मेट (एमबीए), इग्नू पीएच.डी., आईसीएआर समेत कई परीक्षाओं की तिथि जारी कर दी है। एनटीए के आधिकारिक वेबसाइट nta.ac.in पर एंट्रेंस एग्जाम का शेड्यूल देख सकते हैं और सभी तरह की जानकारी प्राप्त की जा सकती है।

दिल्ली विश्वविद्यालय की एकेडेमिक काउंसिल के पूर्व सदस्य प्रो. हंसराज ‘सुमन’ ने शनिवार को बताया कि एनटीए द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार यूजीसी नेट परीक्षा 16 सितंबर से 18 सितंबर और 21 से 25 सितंबर के बीच होगी। विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा का आयोजन 6 से 11 सितंबर के बीच होगा। उम्मीदवारों को दो सप्ताह पहले एडमिट कार्ड जारी किए जाएंगे।

प्रो. सुमन ने बताया कि दिल्ली विश्वविद्यालय के अंडर ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सेज के अलावा एम.फिल. व पीएच.डी. प्रोग्राम में एडमिशन के लिए एनटीए यह प्रवेश परीक्षा आयोजित करती है। इसे दिल्ली विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा के नाम से जाना जाता है। जो छात्र प्रवेश परीक्षा पास कर लेते हैं उन्हें उस कोर्स में प्रवेश मिल जाता है। विश्वविद्यालय में प्रवेश लेने वाले सीधे मार्क्स के आधार पर या प्रवेश परीक्षा के आधार पर प्रवेश लेने वाले छात्रों को दोनों ही प्रोग्राम में उन्हें केंद्र सरकार की नीति के तहत एडमिशन दिया जाता है।

पीडब्ल्यूडी व ईडब्ल्यूएस से एडमिशन लेने वाले छात्रों को भी आरक्षण का लाभ मिलता है। विश्वविद्यालय में ईडब्ल्यूएस आरक्षण के कारण यूजी, पीजी, एम.फिल. और पीएच.डी. की 25 फीसदी सीटों में इजाफा हुआ है। हालांकि इस बार छात्रों के परीक्षा परिणाम को देखते हुए हाई कट ऑफ जाने की उम्मीद है।

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