DCGI ने बायोलॉजिकल ई के कोविड-19 वैक्सीन ‘Corbevax’ को दी मंजूरी, जल्द शुरू होगी 12-15 आयु वर्ग का वैक्सीनेशन
नई दिल्ली. ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) (DCGI) ने सोमवार को भारत में 12-18 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए बायोलॉजिकल ई (Biological E) की COVID-19 वैक्सीन ‘कोर्बेवैक्स’ (Corbevax) को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। ज्ञात हो कि देश में अब तक 3 जनवरी से 15-18 साल के किशोरों को भारत बायोटेक की कोवैक्सिन लगाई जा रही थी। हालांकि, सरकार ने अभी तक 15 साल से कम उम्र वालों को टीका लगाने पर कोई फैसला नहीं लिया है।
DCGI ने 28 दिसंबर 2019 को कोर्बेवैक्स को वयस्कों के लिए सीमित आधार पर आपात इस्तेमाल के लिए अपनी मंजूरी दे चुका है। यह भारत में ही कोविड-19 के खिलाफ विकसित आरबीडी आधारित वैक्सीन है। DCGI की ओर से 12 से 18 वर्ष के आयु वर्ग के लिए मंजूरी हासिल करने वाला ‘कोर्बेवैक्स’ तीसरा टीका बन गया है। इससे पहले जाइडस कैडिला के जायकोव-डी और भारत बायोटेक के कोवैक्सीन को मंजूरी दी गई थी।
बायोलॉजिकल ई ने आज बयान में कहा, “बीई को अंतरिम परिणामों (चल रहे चरण II/III नैदानिक अध्ययन) के आधार पर 12 से 18 वर्ष की आयु के किशोरों में आपातकालीन स्थिति में प्रतिबंधित उपयोग के लिए मंजूरी मिली। कोर्बेवैक्स को COVID-19 के खिलाफ भारत के पहले घरेलू “रिसेप्टर-बाइंडिंग डोमेन प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन” के रूप में बिल किया जा रहा है। रिसेप्टर-बाइंडिंग डोमेन अपने “स्पाइक” डोमेन पर स्थित वायरस का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जो इसे कोशिकाओं में प्रवेश करने और संक्रमित करने के लिए शरीर के रिसेप्टर्स को डॉक करने की अनुमति देता है। वायरल संक्रमण की रोकथाम और उपचार में भी ये प्राथमिक लक्ष्य हैं।
बायोलॉजिकल ई प्रबंध निदेशक महिमा दतला ने एक बयान में कहा, “हम इस महत्वपूर्ण विकास से प्रसन्न हैं, जो हमारे देश में 12 से 18 वर्ष के आयु वर्ग के लिए हमारे टीके की पहुंच बढ़ाने में मदद करता है। हम वास्तव में मानते हैं कि इस अनुमोदन के साथ, हम इसके खिलाफ अपनी वैश्विक लड़ाई को खत्म करने के और भी करीब हैं।” गौरतलब है कि कंपनी को कोर्बेवैक्स का 5 से 18 साल की आयु वर्ग पर दूसरे-तीसरे चरण के चिकित्सकीय परीक्षण की अनुमति पिछले साल सितंबर में मिली थी।
बायोलॉजिकल ई ने अपने बयान में कहा कि, “अनापत्ति प्रमाण पत्र के आधार पर, बीई ने अक्टूबर 2021 में नैदानिक अध्ययन शुरू किया और चल रहे चरण II / III अध्ययन के उपलब्ध सुरक्षा और इम्युनोजेनेसिटी परिणामों का मूल्यांकन किया, जिसने संकेत दिया कि टीका सुरक्षित और इम्युनोजेनिक है।”कंपनी ने बताया कि कोर्बेवैक्स टीका मांसपेशियों के जरिये शरीर में पहुंचाया जाएगा और 28 दिनों के भीतर दो खुराक लेनी होंगी। इस टीके का भंडारण 2 से 8 डिग्री सेल्सियस पर किया जाता है। यह 0.5 मिली (एकल खुराक), 5 मिली (10 खुराक) और 10 मिली (20 खुराक) शीशी पैक में आता है।