अंकिता भंडारी हत्याकांड पर आया फैसला, कोटद्वार कोर्ट ने पुलकित, सौरभ और अंकित को सुनाई उम्रकैद की सजा

देहरादून: उत्तराखंड को हिला देने वाले अंकिता भंडारी हत्याकांड में आखिरकार इंसाफ की पहली बड़ी जीत सामने आई है। कोटद्वार कोर्ट ने शुक्रवार को अंकिता भंडारी हत्याकांड में सजा का ऐलान कर दिया है। कोटद्वार कोर्ट ने तीनों आरोपियों पुलकित आर्या, सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता को पहले दोषी करार दिया। इसके बाद तीनों को उम्र कैद की सजा सुनाई गई है। इन तीनों को आईपीसी की धारा 302 (हत्या), 201 (सबूत मिटाना) और 120बी (षड्यंत्र) के तहत आजीवन कारावास और जुर्माने की सजा सुनाई गई। कोर्ट ने यह भी निर्देश दिया कि पीड़ित परिवार को ₹4 लाख का मुआवजा राज्य सरकार द्वारा दिया जाए।
इससे पहले 19 मई को इस मामले में सुनवाई समाप्त हुई थी। कोर्ट ने दोषी करार दिए जाने के लिए 30 मई की तारीख निर्धारित की थी। 30 जनवरी 2023 को इस मामले की सुनवाई शुरू हुई थी। एसआईटी ने इस मामले में 500 पन्नों का आरोपपत्र भी दाखिल किया था। दो साल आठ महीने चले इस मामले की सुनवाई में कुल 47 गवाह अदालत में पेश किए गए थे।
बता दें कि 18 सितंबर, 2022 को वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की हत्या करके उसका शव चीला की शक्ति नहर में फेंक दिया गया था। घर की आर्थिक हालत ठीक नहीं होने के कारण अंकिता ने रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करना शुरू किया था। नौकरी ज्वाइन किए उसे 20 दिन भी पूरे नहीं हुए थे कि वह 18 सितंबर 2022 को लापता हो गई। घटना की जानकारी मिलने के बाद अंकिता के पिता बीरेंद्र सिंह लगातार तीन दिनों तक पौड़ी, मुनिकीरेती और ऋषिकेश के चक्कर काटते रहे।
इसके बाद उन्हें कांडाखाल चौकी भेजा गया, लेकिन वहां से भी उन्हें मायूस होकर ही लौटना पड़ा। आरोप लगा कि पुलिस प्रशासन ने इस मामले में कोई संतोषजनक कार्रवाई नहीं की। इसके बाद इस मामले ने जब तूल पकड़ा, तो 22 सितंबर 2022 को इसे पुलिस को सौंप दिया गया। इसके बाद पुलिस ने उसी रात को पुलकित आर्य और उसके दो अन्य साथी सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद 24 सितंबर 2022 को चीला नदी से अंकिता भंडारी का शव बरामद हुआ। इस घटना ने उत्तराखंड के आम जनमानस को उद्वेलित कर दिया था। लोगों ने सड़कों पर उतरकर इस हत्याकांड में संलिप्त आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी।
मुख्यमंत्री ने कहा- अंकिता के हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी

आपको बता दें कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पौड़ी के श्रीकोट में अंकिता भंडारी के परिजनों से मुलाकात कर उनको भरोसा दिलाया था कि पूरी सरकार उनके साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि फास्ट ट्रेक कोर्ट में सुनवाई कराते हुए अंकिता के हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी।